बॉलीवुड अभिनेता और गालीबाज एजाज़ खान को सोशल मीडिया पर यूपी पुलिस के खिलाफ फर्जी खबर फैलाते हुए पकड़ा गया है। यह पहली बार नहीं बल्कि कई बार अभिनेता को विवादित भाषण और हिंसा को उकसाने और सोशल मीडिया पर दूसरों को गाली देने जैसी नापाक गतिविधियों में शामिल होते हुए देखा गया है। इस बार अभिनेता ने नकली खबरों के साथ मेरठ पुलिस को अपना निशाना बनाया है।
एजाज खान ने शुक्रवार (26 जून, 2020) को मेरठ पुलिस पर हमला करने के लिए ट्विटर पर आरोप लगाया कि उन्होंने कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए लड़के के साथ उसके धर्म को गाली देते हुए पुलिस ने उसके साथ मारपीट की, लेकिन इसके बाद से ही पूरा पुलिस स्टेशन को सील कर दिया गया, क्योंकि थाने में कुछ पुलिसकर्मियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
एजाज़ खान ने ट्वीट में लिखा, “मु#$मों को कोरोना की फैक्ट्री तक बताया गया, मेरठ में, मुबशशिर नाम के एक बच्चे को कोरोनोवायरस पॉजिटिव पाया गया। किला परीक्षितगढ़ के थाने के दरोगा उसको व उसके धर्म को गाली देते हुए उसके साथ मारपीट कर कमर लाल कर दी, अब वो ही थाना सील है, क्योंकि उसके कई पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, इलाज ढूंढिए नफरत नहीं।”
इस पर ट्वीट का मेरठ पुलिस ने जवाब देते हुए एजाज के सभी दावों का खंडन कर दिया। मेरठ पुलिस ने जवाब देते हुए ट्वीट किया और लिखा, महोदय, आपके द्वारा लगाए गए समस्त आरोप एवं परीक्षितगढ़ थाने के पुलिसकर्मी की कोरोना पॉजिटिव आने की बात असत्य है (यद्यपि कोई भी पुलिसकर्मी पॉज़िटिव आ भी सकता है। थाना लिसाड़ी गेट के उपनिरीक्षक बलवीर सिंह अपनी जान की परवाह न करते हुए हॉटस्पॉट इलाके में ड्यूटी करते हुए कोरोना पॉजिटिव होकर शहीद भी हो गए हैं) कृपया अफवाह न फैलाएँ। मेरठ पुलिस सामाजिक समरसता एवं भारत के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा हेतु कटिबद्ध हैं।
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) June 26, 2020
मेरठ पुलिस द्वारा सभी दावों का खंडन करने के बाद एजाज ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया।
हालाँकि, यह पहला मौका नहीं है कि जब एजाज खान ने समाज में नफरत और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने के लिए इस तरह की हरकत की हो। पिछले साल भी एजाज़ खान को फेसबुक पर वीडियो के माध्यम से लोगों में नफरत और दंगे भड़काने के बारे में उकसाते हुए पाया गया था।
वीडियो में खान ने लोगों से जय श्री राम का नारा लगवाने और देश से धर्मनिरपेक्षता समाप्त करने के लिए आरएसएस और बजरंग दल पर आरोप लगाया था। इतना ही नहीं एजाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरएसएस और बजरंग दल को बचाने का भी आरोप लगाया था।
एजाज खान ने मजहब के लोगों को उकसाते हुए कहा था कि तबरेज अंसारी की कथित लिंचिग पर उनके समुदाय वालों को सड़कों पर न आने के लिए उन्हें खुद पर शर्म आनी चाहिए। खान ने धमकी भरे अंदाज में कहा था कि अगर देश के 40 करोड़ लोग सड़कों पर आ गए तो पूरा देश बंद हो जाएगा।
बाद में एजाज ने टिकटॉक पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें मुंबई पुलिस द्वारा टिकटॉक सेलिब्रिटीज के खिलाफ की गई एफआईआर का मजाक बनाया था। इस मामले को लेकर बाद में मुंबई पुलिस ने एजाज खान को गिरफ्तार कर लिया था।
इस साल की शुरुआत में एज़ान खान ने अर्नब गोस्वामी, रजत शर्मा, और सुधीर चौधरी को गाली देते हुए एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें एजाज ने इनके परिवारीजनों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की कामना की थी। वीडियो में एज़ान खान ने कहा था, “बीजेपी के कुत्तों ने अर्नब गोस्वामी, रजत शर्मा जैसे लोगों को खरीद लिया है, जिनका कभी में बहुत सम्मान करता था। अल्लाह आपको, आपकी पत्नी को और पूरे परिवार को कोरोना से संक्रमित करेगा।
इसके दो दिन बाद एजाज को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वहीं मुंबई पुलिस ने एजाज़ खान के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153A, 117 और 121 के तहत मामला दर्ज किया था।
दरअसल, एजाज़ खान अपने लोकतंत्र-विरोधी विचारों के लिए जाने जाते हैं, इस बात का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि एक बार एजाज ने ट्वीट किया था कि वह संविधान के ऊपर कुरान को चुनेंगे। उन्हें ड्रग्स रखने के आरोप में नवी मुंबई के एंटी-नारकोटिक्स सेल द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
बाद में उसे जमानत मिल गई थी। 2016 में भी एक हेयर स्टाइलिस्ट को अश्लील मैसेज भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पहले भी कई बार एजाज ने फेसबुक के माध्यम से अभद्र भाषा को बढ़ावा देने के और देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने जैसे पोस्ट किए हैं।