SIT द्वारा जाँच रिपोर्ट सौंपने की खबरों का ADG आगरा द्वारा नकारने के बाद इस खबर को अपडेट किया गया है.
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ से हुई 121 लोगों की मौत की जाँच के लिए गठित विशेष जाँच दल (SIT) ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्यक्रम की स्वीकृति लेने के दौरान आयोजन समिति ने सभी जरूरी इंतजाम करने का आश्वासन दिया था, लेकिन उसे पूरा नहीं किया। हालाँकि, आगरा ADG ने मीडिया रिपोर्ट को नकारा है और कहा कि रिपोर्ट अभी सौंपी नहीं गई है।
इस जाँच रिपोर्ट में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। इस जाँच को आगरा जोन के ADG अनुपम कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ के कमिश्नर वी. चैत्र को सौंपा गया था। SIT से जाँच रिपोर्ट मिलने के बाद राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपा।
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, SIT ने 15 पन्नों की अपनी जाँच रिपोर्ट में कहा है कि साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आए थे। इनमें पुराने की अपेक्षा नए श्रद्धालु ज्यादा थे। ये श्रद्धालु बाबा को देखना चाहते थे। इसके लिए वे आगे बढ़े और इसी दौरान भीड़ अनियंत्रित हो गई। इसके कारण बड़े पैमाने पर यह हादसा हुआ।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भीड़ को सड़क पर नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन की मदद माँगी गई थी। इसके साथ ही अनुमति देने के दौरान LIU की रिपोर्ट में बाबा के सत्संग में सेवादारों की ओर से पूरे इंतजाम की बात कही गई थी। हालाँकि, स्थानीय अफसरों ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा नहीं लिया। सत्संग शुरू होने के बाद भीड़ बढ़ती रही।
सत्संग स्थल पर जो बल तैनात किया गया था, उसमें से कुछ पुलिसकर्मी ही सत्संग के बाहर लगाए गए थे। ज्यादातर पुलिस फोर्स सड़क पर भीड़ नियंत्रण और यातायात को मैनेज करने में लगी हुई थी, ताकि हाईवे जाम ना हो। वहीं, अंदर की व्यवस्था सेवादार देख रहे थे। रिपोर्ट में अनुमति की शर्तों का उल्लंघन करने और तथ्यों को छुपाने के लिए आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया है।
वहीं, ABP न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, SIT ने रिपोर्ट में ‘भोले बाबा’ के राजनीतिक संबंधों का जिक्र है। माना जा रहा है कि भगदड़ देखकर मौके से भागे ‘भोले बाबा’ ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में एक खास राजनीतिक दल की मदद की थी। रिपोर्ट में साफ तौर पर राजनीतिक साजिश की ओर इशारा किया गया है, जिसका अभी तक आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं हुआ है।
बताते चलें कि यह हादसा 2 जुलाई को ‘धार्मिक उपदेशक’ नारायण साकर हरि के ‘सत्संग’ में हुआ था। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं बच्चे मारे गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुपम कुलश्रेष्ठ की अध्यक्षता में गठित एसआईटी को 24 घंटे के भीतर जाँच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था।
मीडिया रिपोर्ट को ADG आगरा जोन ने नकारा है। अपने X पोस्ट में ADG आगरा हैंडल ने लिखा, “खण्डन! दिनांक 02.07.2024 को थाना सिकंदराराऊ क्षेत्रांतर्गत हुई दुःखद दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में ADG आगरा जोन श्रीमती अनुपम कुलश्रेष्ठ की अध्यक्षता में एसआईटी टीम का गठन किया गया था।”
इसमें आगे लिखा गया है, “कतिपय सोशल मीडिया व न्यूज चैनलों के माध्यम से संज्ञान में आया है कि एसआईटी टीम द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंप दी गई है, जो कि असत्य व निराधार है। कृपया असत्य व भ्रामक खबर न फैलाये।” इस तरह उत्तर प्रदेश पुलिस ने जाँच रिपोर्ट सौंपे जाने की मीडिया की खबरों को पूरी तरह नकार दिया।
2/2 जिसमें कतिपय सोशल मीडिया व न्यूज चैनलों के माध्यम से संज्ञान में आया है कि एसआईटी टीम द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंप दी गई है, जो कि असत्य व निराधार है, कृपया असत्य व भ्रामक खबर न फैलाये।@dgpup @Uppolice @ChiefSecyUP @CMOfficeUP pic.twitter.com/rxzfWGghI2
— ADG ZONE AGRA (@adgzoneagra) July 5, 2024
घटना के बारे में बोलते हुए सीएम योगी ने कहा था, “सभी जानते हैं कि सज्जन (उपदेशक) की तस्वीरें किसके साथ हैं और उनके राजनीतिक संबंध किससे हैं। आपने देखा होगा कि पिछले दिनों रैलियों के दौरान कहाँ भगदड़ मची और इसके पीछे कौन था? हमें इसके बारे में जानना जरूरी है। जो लोग मासूम लोगों की जिंदगी से खेलते हैं, उन्हें इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।”
दरअसल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को पिछले दिनों भोले बाबा के कार्यक्रमों में शामिल होते देखा गया था। कई वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं, जिसमें उन्हें भोले बाबा और उनकी ‘ईश्वरीय गतिविधियों’ की प्रशंसा करते देखा जा सकता है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था, नारायण हरि साकार की संपूर्ण ब्रह्मांड में सदा-सदा के लिए जय जयकार हो।”
इस बीच, विपक्ष के नेता राहुल गाँधी भी हाथरस और अलीगढ़ जाकर उन परिवारों से मिले, जिन्होंने भगदड़ में अपने परिजनों को खो दिया है। उन्होंने परिवारों से मुलाकात की और घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त सजा की माँग की। उन्होंने राज्य सरकार से भगदड़ में जान गँवाने वालों के परिवारों को मुआवजा देने की भी माँग की।