पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने आयुषी भाटिया को जमानत देने से इनकार कर दिया है। गुरुग्राम पुलिस ने दिसंबर 2021 में उसे हनी ट्रैपिंग मामले में गिरफ्तार किया था। उसके बाद से वह जेल में है। भाटिया पर लोगों को प्यार में फँसाकर उगाही करने का आरोप है। 15 दिसंबर 2022 को जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान जो तथ्य सामने आए, उससे हाई कोर्ट भी हैरान रह गया।
यह बात सामने आई है कि भाटिया पहले लोगों को प्रेम जाल में फँसाती थी। उनके साथ शारीरिक संबंध बनाती थी। इसके बाद उन्हीं लोगों से रेप का केस करने की धमकी देकर वसूली करती थी। जो उसकी धमकी से नहीं डरते थे उन पर वह बलात्कार का केस कर देती थी।
14 महीनों में 9 लोगों पर रेप केस
आयुषी भाटिया ने 14 महीनों के भीतर 9 पुरुषों पर रेप का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था। इसके अलावा भी न जाने कितने लोगों से बलात्कार के केस में फँसाने के नाम पर वसूली की थी। हाई कोर्ट में राज्य सरकार के वकील ने भाटिया के खिलाफ दस्तावेज दाखिल किए। इससे पता चला कि वह वसूली और रंगदारी का रैकेट चलाती है। कोर्ट को जानकारी दी गई कि सितंबर 2020 से नवंबर 2021 के बीच उसने 9 अलग-अलग लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई थी।
अदालत ने जमानत देने से किया इनकार
सरकारी वकील ने अदालत को जानकारी दी कि महिला एक पैटर्न के तहत पुरुषों और उनके परिवार के सदस्यों को बलात्कार, शीलभंग आदि के अपराधों में फँसाती है। इस पर हाई कोर्ट ने टिप्पणी की कि महिला के अपराधों की गंभीरता और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि याचिकाकर्ता को लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की आदत है, उसकी जमानत याचिका खारिज की जाती है।
Punjab & Haryana HC Denies Bail To Gurgaon Woman Who Filed 9 FIRs Against Different Men Alleging Sexual Offences https://t.co/otYcG4Lkr6
— Live Law (@LiveLawIndia) December 15, 2022
एक माँ की शिकायत पर खुला था फरेब का राज
आयुषी भाटिया की करतूत तब सामने आई जब एक माँ ने उसके खिलाफ शिकायत की। जानकारी के मुताबिक भाटिया ने एक छात्र को अपना शिकार बनाया था। उससे दोस्ती कर शारीरिक संबंध बनाए। फिर छात्र को दुष्कर्म के मामले में फँसाने की धमकी देने लगी। एफआईआर न कराने के बदले उसने छात्र से रुपए वसूलने शुरू कर दिए। रुपयों की बढ़ती माँग से घबराए छात्र ने अपने परिजनों को सच्चाई बता दी। उसके बाद छात्र की माँ ने भाटिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस की जाँच के दौरान सामने आया कि यह अकेला मामला नहीं था। उससे पहले भी कई लोगों को आयुषी भाटिया ने झूठे रेप केस में फँसाकर जेल भेजने की धमकी दी थी। जो उसकी धमकी से डर गए उससे रुपए ऐंठे और जो उसकी ब्लैकमेलिंग से नहीं डरे उनके खिलाफ उसने रेप केस कर दिया।