पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नेतृत्व वाली तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की सरकार में हिंदू प्रताड़ना के शिकार हो रहे हैं। यही कारण है कि बंगाल के हिंदू कोई उपाय ना देखकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उम्मीद लगा रहे हैं। सीएम योगी के जनता दरबार में पहुँचकर बंगाली हिंदुओं ने उनसे मदद माँगी।
पश्चिम बंगाल में हिंदू पलायन के लिए मजबूर हैं। कई मौकों पर ऐसी खबरें आ चुकी हैं। बंगाल के कुछ हिंदू परिवार गुरुवार (05 अक्टूबर 2023) को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में पहुँचे और उनसे पश्चिम बंगाल में प्रताड़ित हो रहे हिंदुओं की मदद के लिए गुहार लगाई। उन्होंने खुद को असहाय बताया।
‘हिंदुओं की रक्षा सिर्फ आप कर सकते हैं’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिम बंगाल आए हिंदू समुदाय के कुछ लोग लखनऊ में चल रहे जनता दरबार में पहुँचकर अपनी परेशानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताई। उन्होंने कहा कि बंगाल में उनकी जमीनों पर दबंग मुस्लिम कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने सीएम योगी से कहा, “हम लोगों की जमीन कब्जाने वाले लोग धमकाते हैं। अब आप ही हमारी आखिरी उम्मीद हैं।”
इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब ये कहा, “पश्चिम बंगाल का मुख्यमंत्री मैं नहीं हूँ, कोई और है।” तब उन लोगों ने कहा, “लेकिन हिंदुओं की रक्षा तो आप ही कर सकते हैं।” इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें मदद का आश्वासन दिया। इसके अलावा, सीएम ने अन्य लोगों की समस्याओं को भी सुना।
देवरिया हत्याकांड में एसडीएम समेत कई अधिकारी सस्पेंड
इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवरिया हत्याकांड में बड़ा एक्शन लिया है। उनके आदेश पर उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, दो तहसीलदार, तीन लेखपाल, हेड कॉन्स्टेबल, 4 कॉन्स्टेबल, 2 हल्का प्रभारी और थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी इस बात से नाराज दिखे कि भूमि के मामले में कई शिकायतें दर्ज हुई थीं। इन्हें ऑनलाइन पुलिस विभाग और राजस्व विभाग को भेजी गई थीं। लेकिन, दोनों विभागों के अधिकारियों ने इसको गंभीरता से नहीं लिया और न ही इसका निस्तारण किया।
भूमि विवाद में नपेंगे अफसर
इससे पहले, बुधवार (4 अक्टूबर 2023) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देशित किया कि भूमि विवाद और जनसमस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करें। उन्होंने भू-माफिया और खनन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जमीन पैमाइश के मामलों को 48 घंटे के अंदर निस्तारित करने के लिए कहा।
योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से साफ शब्दों में कहा कि उत्तर प्रदेश के किसी भी कमजोर, गरीब, उद्यमी, व्यवसायी की भूमि पर कोई कब्जा ना करने पाए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भूमि विवाद में कोई घटना होने पर जनपद और तहसील की जिम्मेदारी तय होगी। ऐसे में लोग अपनी जिम्मेदारी सही से निभाएं।
किसी भी कमजोर, गरीब, उद्यमी, व्यवसायी की भूमि पर कोई कब्जा न करने पाए।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 5, 2023
भूमि विवादों एवं जनसमस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता पर समयावधि में किया जाए: #UPCM @myogiadityanath pic.twitter.com/JRz6eAGtcV
लखनऊ और गोरखपुर में लगाते हैं जनता दरबार
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो जगहों पर (गोरखपुर और लखनऊ) जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएँ सुनते हैं और उनका निवारण करते हैं। वो मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर समस्याओं का निराकरण कराते हैं। योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में आम लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुँचते हैं। ऐसे में पश्चिम बंगाल से उनसे मदद की उम्मीद में पहुँच गए।