Sunday, November 24, 2024
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पादरी द्वारा जमीन हड़पने का मामला, 12 करोड़ की सम्पत्ति के बचाव में पीड़ित हिन्दू परिवार ने किया तमिलनाडु सचिवालय के आगे घुटनों के बल प्रदर्शन

पीड़ित परिवार का आरोप है कि अभी तक उन्हें कोई भी प्रशासनिक सहायता नहीं मिली। आरोपित पादरी के खिलाफ भी कोई एक्शन नहीं लिए गया है।

तमिलनाडु के सचिवालय के आगे एक हिन्दू परिवार ने घुटनों के बल चल कर प्रदर्शन किया है। यह प्रदर्शन उनकी जमीन पर कब्ज़ा जमाए एक ईसाई पादरी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई में हीलाहवाली के विरोध में किया गया। यह प्रदर्शन 29 अप्रैल, 2022 (शुक्रवार) को किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चेन्नई में सेलायुर के निवासी गोथनदरमन ने अपनी 8063 स्क्वायर फिट प्रॉपर्टी जॉन वेंकटेशन को किराए पर दी थी। यह प्रॉपर्टी स्ट्राहन रोड पर मौजूद है। 1980 में किराए पर मिली इस प्रॉपर्टी पर पादरी ने एक चर्च बनवा लिया। पीड़ित हिन्दू परिवार का आरोप है कि अब पादरी उस किराए पर मिली जमीन को हड़पना चाहता है।

जमीन एक पॉश इलाके में है जिसकी वर्तमान समय में कीमत लगभग 12 करोड़ रुपए बताई जा रही है। कुछ सालों से हिन्दू परिवार अपनी जमीन वापस लेना चाह रहा है लेकिन वो इन प्रयासों में असफल रहा। इसके बाद पीड़ित परिवार के गोथनदरमन के मुताबिक उनके बेटों सर्वाना, धानासेकर, धनंजयन और दशरथन ने मुख्यमंत्री के विशेष सेल और चेन्नई के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख कर अपनी जमीन वापस लेने में मदद की गुहार लगाई। पीड़ितों ने जानकारी दी कि इनके अलावा वो मुख्य सचिव, गृह सचिव, DGP को भी शिकायत भेज चुके हैं, लेकिन कहीं से कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।

पीड़ित परिवार का आरोप है कि अभी तक उन्हें कोई भी प्रशासनिक सहायता नहीं मिली। आरोपित पादरी के खिलाफ भी कोई एक्शन नहीं लिए गया है। पीड़ित परिवार का यह भी आरोप है कि स्थानीय पुलिस आरोपित पादरी से मिली हुई है। इसी के चलते पादरी ने पीड़ित परिवार पर ही केस दर्ज करवा दिए हैं। हिन्दू परिवार अब इस मामले में CBCID जाँच की माँग कर रहा है। इन्ही माँगों के साथ पीड़ित परिवार ने सचिवालय पर घुटनों के बल चल कर विरोध प्रदर्शन किया था।

गौरतलब है कि तमिलनाडु में जमीनों पर चर्चों द्वारा कब्ज़ा कोई नई घटना नहीं है। इस से पहले फरवरी 2022 में ही तमिलनाडु में 5 पादरी बालू माफियाओं के साथ साठ-गाँठ रख कर नदी के तट की जमीन पर अवैध कब्ज़े के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे। दिसम्बर 2021 में तमिलनाडु के ही तिरुवन्नामलाई जिले में एक पहाड़ी पर बने चर्च पर वन विभाग की 5 एकड़ सरकारी जमीन पर कब्ज़े का आरोप लगा था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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