छत्तीसगढ़ के कवर्धा से एक वीडियो सामने आया है, जिसके आधार पर दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम भीड़ ने हिन्दू ध्वज को उखाड़ कर फेंक दिया, फिर उसका अपमान किया। कबीरधाम जिले में हुई इस घटना के दौरान हिन्दू व मुस्लिम समाज में झड़प भी हुई। जब हिन्दू ध्वज उखाड़ के फेंका जा रहा था और भीड़ उसका अपमान कर रही थी, तब वहाँ कुछ पुलिसकर्मी भी तमाशबीन बन कर खड़े थे।
रास्ते पर बता कर इस ध्वज को हटाने की कोशिश हुई। एक अधिकारी ने इस बाबत जानकारी दी, “रविवार (3 अक्टूबर, 2021) को लोगों के साथ शांति समिति की बैठक की गई थी। इसमें आने वाले त्योहारों के मद्देनजर शांति-सद्भाव बनाए रखने के लिए लोहारा चौक से धार्मिक झंडे हटाने को कहा था। दोनों पक्ष इसके लिए तैयार हो गए थे, लेकिन मौके पर दोनों समुदायों कुछ युवक पहुँच गए और उपद्रव हो गया।”
मौके पर पुलिस के अतिरिक्त बल पहुँचे, जिसके बाद स्थिति को शांत किया गया। पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और मौके पर भारी संख्या में जवानों की तैनाती भी की गई है। CrPc की धारा-144 भी इलाके में लागू कर दी गई है। लेकिन, अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। बताया जाता है कि विवादित स्थल पर हिन्दू और मुस्लिम, दोनों समुदाय के लोग अपना झंडा लगाना चाहते थे।
See how peacefools thrown the Bhagwa flag on ground & disrespected it…
— Mr Sinha (@MrSinha_) October 4, 2021
It's happening in Kawardha, Chhatisgarh…. Govt-Police is also with them..
Hindus are helpless….. pic.twitter.com/uascvl7qMJ
दोनों समुदायों में अब भी तनाव का माहौल है। एक स्थानीय पत्रकार ने बताया कि पहले मौखिक रूप से झगड़ा शुरू हुआ, लेकिन बाद में पत्थरबाजी भी होने लगी। पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। कलक्टर ने बताया कि CCTV फुटेज देख कर अराजक तत्वों को चिह्नित करने व उनकी गिरफ़्तारी का आदेश दिया गया है। 5 साल पहले इसी जगह पर भारत माता की तस्वीर फाड़ दी गई थी, जिसके बाद तनाव व्याप्त हो गया था।
कवर्धा में धार्मिक झंडे को लेकर दो गुटों में झड़प, प्रशासन ने लगाई धारा 144https://t.co/iIS2zL0Ezu pic.twitter.com/BjDmL9QfnV
— NaiDunia (@Nai_Dunia) October 3, 2021
ये घटना माँ कर्मा चौक पर हुई। मान्यता है कि उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण को पाला था, इसीलिए हिन्दुओं की इस जगह में विशेष आस्था है। यहाँ हिन्दुओं का ध्वज भी लगा हुआ था। मुस्लिमों ने अपने आयोजन के कारण वहाँ अपना झंडा भी लगा दिया। फिर ध्वज फाड़ दिया गया और पत्थरबाजी शुरू कर दी गई। पुलिस दोनों पक्षों का आवेदन लेकर मामले की जाँच कर रही है। कई लोग घायल भी हुए हैं।
तनाव इतना ज्यादा है कि आज शहर में सभी शैक्षिक संस्थानों को बंद कर के रखा गया है। आज होने वाली जिला प्रशासन ने एक दिन की छुट्टी का आदेश जारी किया। सभी ऑनलाइन व ऑफलाइन परीक्षाओं को निरस्त कर दिया गया है। पुलिस यहाँ फ्लैग मार्च कर रही है। आंगनबाड़ी केंद्र व कॉलेज तक बंद हैं। भाजपा नेता ने पुलिस की ख़ुफ़िया विभाग को फेल बताते हुए कहा कि वो स्थिति को संभाल नहीं सकी।