हैदराबाद में एक छात्रा ने आत्महत्या कर ली है। इस छात्रा ने दो हफ्ते पहले ही कथित तौर पर अपने अपहरण और रेप का झूठा मामला दर्ज कराया था, जिसमें एक ऑटो ड्राइवर पर कई आरोप लगाए गए थे। ये घटना बुधवार (फरवरी 24, 2021) को घाटकेसर में हुई। मलकजगिरी के ‘डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP)’ ने कहा कि ये एक संवेदनशील मामला है और पुलिस जाँच के बाद बाद ही विस्तृत विवरण साझा करेगी।
रिपोर्ट्स के अनुसार, छात्रा ने अपने रिश्तेदार के घर पर अज्ञात पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या की। कुछ ही दिनों पहले उसने कॉलेज से वापस लौटते समय अपहरण और रेप की शिकायत दर्ज कराई थी। रचाकोंडा पुलिस थाना ने कहा था कि झूठी शिकायत दर्ज कराने के मामले में उन्होंने टीनएजर के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं की थी। पुलिस ने कहा था कि सबसे पहले कोर्ट को सूचित कर के मामले को बंद करना आवश्यक था।
दरअसल, उस दिन छात्रा ने शाम को 5:40 बजा रामपल्ली के लिए ऑटो लिया था। इसके 21 मिनट बाद ही उसने अपनी माँ को फोन कॉल कर के बताया कि उसके बार-बार कहने के बावजूद ऑटो ड्राइवर ने ऑटो रोकने से इनकार कर दिया है। शाम को 6:29 में परिजनों ने पुलिस को छात्रा के अपहरण की सूचना दी। इसके अगले 1 घंटे में पुलिस ने उसे बरामद कर के अस्पताल में शिफ्ट किया। अगले दिन अपहरण और गैंगरेप सहित कई मामले दर्ज हुए।
In a tragic incident, a 19-year-old pharmacy student, who had falsely accused an auto-driver of abduction and rape earlier this month, died by suicide on Wednesday morning.https://t.co/DmkoGgvoUF
— News18 (@CNNnews18) February 24, 2021
इसके अगले दिन पुलिस ने पाया कि ये पूरा का पूरा मामला झूठा था। जब पुलिस ने उसे कई CCTV फुटेज दिखाए तो छात्रा ने स्वीकार कर लिया कि उसने अपहरण और रेप का ये पूरा मामला खुद से बनाया था और ये सच नहीं है। छात्रा की शिकायत पर लगभग 3 दिनों तक रचाकोंडा पुलिस थाने की पुलिस जाँच करती रही। हैदराबाद पुलिस ने कहा कि रेप का झूठा मामला दर्ज कराने वाली छात्रा ने अवसाद की वजह से आत्महत्या की। घटना के बाद परिवार ने उसका फोन भी ले लिया था।
फर्जी आरोप की इस घटना को लेकर सोशल मीडिया में कई मीम्स भी बने थे, जिनमें उस पर निशाना साधा गया था। छात्रा का फोन ले लिया गया था और उसे टीवी देखने से भी मना कर दिया गया था, ताकि बाहर क्या हो रहा है ये उसे पता न चले। बी फार्मा की छात्र को फरवरी 10 की फुटेज में खुद से ऑटो से उतरता हुआ देखा गया था, जिससे उसके आरोप झूठे साबित हुए। उसने घर से दूर जाने के लिए ये सब किया था। छात्रा ने जिस ऑटो ड्राइवर की शिनाख्त की थी, वो भी उस वक़्त कहीं और मौजूद था।