Friday, November 15, 2024
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हल्द्वानी में जहाँ हुआ पुलिस पर हमला, वहाँ के मुस्लिमों को पैसे बाँट रहा है इस्लामी संगठन ‘हैदराबाद यूथ करेज’: जहरीले भाषण वाले मौलाना अजहरी का भी फैन

उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित बनभूलपुरा में एक इस्लामी संस्था से जुड़े कुछ शख्स मुस्लिम परिवारों को कथित रूप से नोटों की गड्डियाँ बाँट रहे हैं। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिन परिवारों को नोटों की गड्डियाँ दी जा रही हैं, उनके घर के लोगों को पुलिस ने दंगे के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह संस्था के सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ वीडियो भी हैं।

उत्तराखंड के हल्द्वानी स्थित बनभूलपुरा में एक इस्लामी संस्था से जुड़े कुछ शख्स मुस्लिम परिवारों को कथित रूप से नोटों की गड्डियाँ बाँट रहे हैं। इसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिन परिवारों को नोटों की गड्डियाँ दी जा रही हैं, उनके घर के लोगों को पुलिस ने दंगे के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह संस्था के सोशल मीडिया पर कई भड़काऊ वीडियो भी हैं।

नोटों की गड्डियाँ बाँटने वाले संगठन का नाम हैदराबाद यूथ करेज (Hyderabad Youth Courage) है। इसका इसी नाम से एक फेसबुक पेज भी है, जिसके लाखों फॉलोवर हैं। HYC बताता है कि यह लोगों से पैसे इकट्ठा करके लोगों की मदद करता है। हालाँकि, इसकी सोशल मीडिया पोस्ट से पता चलता है कि यह कट्टरपंथी संगठन है। इसके मुखिया सलमान का इन्स्टाग्राम पर 13+ लाख फॉलोवर हैं।

हल्द्वानी में पैसे बाँटने वाले सलमान और उसके संगठन का पेज

सलमान नाम का यह शख्स एक अन्य व्यक्ति के साथ 10 फरवरी 2024 को हल्द्वानी पहुँचा था। इसके बाद से लगातार ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें वह लोगों को रुपयों की गड्डियाँ बाँटते हुए दिखता है। फेसबुक और इन्स्टाग्राम पर साझा किए गए ऐसे ही एक वीडियो में एक बच्चे के साथ यह पैसे से भरे हुए बैग के साथ दिखता है। इसमें एक बच्चा भी साथ में दिख रहा है।

नीचे लगे ट्वीट में इस वीडियो का एक हिस्सा देखा जा सकता है। असल में यह वीडियो 11 मिनट का है, जो कि ऑपइंडिया के पास मौजूद है। HYC के पेज पर से इस वीडियो की सेटिंग्स में बदलाव कर दिया गया है, जिसके कारण इसे यहाँ नहीं देखा जा सकता है।

वीडियो में सलमान एक युवक से मिलता दिख रहा है, जो बताता है कि उसके छोटे भाई को पुलिस दंगा करने के आरोप में ले गई है। उसे सलमान बच्चे के हाथ नोटों की गड्डियाँ दिलवाता है। इसके बाद वहाँ कई महिलाएँ इकट्ठा हो जाती हैं, जो बताती हैं कि उनका नुकसान हुआ है। उनको भी पैसे दिए जाते हैं। सलमान यह कहता है कि ये पैसे अल्लाह की तरफ से है।

आगे चलकर एक अन्य महिला बताती है कि उसके पति की मौत हो गई है। इस पर बैग से नोटों की कई गड्डियाँ निकालकर उसे भी देता है। यह इसी तरह कई लोगों को पैसा बाँटता है। इस दौरान बीच-बीच में यह हल्द्वानी प्रशासन की आलोचना भी करता है और अतिक्रमण हटाने को जुल्म बताता है।

इस वीडियो में ये बताने की कोशिश की गई है कि हल्द्वानी में मुस्लिमों को ही टारगेट किया गया है। इस वीडियो में प्रशासन की आलोचना की गई है। सलमान नाम का यह व्यक्ति जहाँ वर्तमान में लोगों को पीड़ित दिखाकर उनको पैसे बाँट रहा है और प्रशासन की आलोचना कर रहा है।

जब हल्द्वानी में दंगाइयों ने पुलिस और प्रशासन पर हमला करके उनकी गाड़ियाँ, ट्रेक्टर और जेसीबी जलाई थीं तब यह इसे मस्जिद शहीद करने का परिणाम बता रहा था। यहाँ यह भी बात देने वाली है कि जिस मस्जिद और मदरसे को गिराने पर दंगा भड़का वह पूर्ण रूप से अवैध था और उसको गिराने के लिए उसके पास न्यायालय की अनुमति थी।

इसमें दंगे को मस्जिद पर सरकार के एक्शन का रिएक्शन बताया जा रहा था। इस पोस्ट के कमेंट्स में कट्टरपंथी मुस्लिम इस दंगे का समर्थन कर रहे हैं। एक अन्य वीडियो में सलमान पुलिस पर आरोप लगाता दिखता है कि हल्द्वानी में लोगों पर मशीनगन से गोलियाँ चलाई गई थीं। वह दावा करता है कि यह बात मीडिया छुपा रहा है।

हल्द्वानी दंगे से इतर भी इसकी कट्टरता की पोस्ट सामने आई हैं। एक वीडियो में वह हाल ही में गिरफ्तार किए गए जहरीले भाषण वाले मौलाना सलमान अजहरी का समर्थन करता है और उसका भड़काऊ भाषण दोहराता है। यह इस वीडियो में वह कई भड़काऊ बाते करता है और कहा कि ‘अभी कुत्तों का वक्त है, हमारा दौर आएगा।’

सलमान की सोशल मीडिया देखने से पता चलता है कि यह हैदराबाद में रहता है और वहीं से अपना काम करता है। इसकी फोटो और वीडियो AIMIM के मुखिया एवं सांसद असदुद्दीन ओवैसी और हिन्दूविरोधी भड़काऊ भाषण देने अकबरुद्दीन ओवैसी के साथ भी हैं। तेलंगाना विधानसभा चुनाव का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें यह AIMIM के समर्थन की बात करते दिखता है।

ओवैसी बंधुओं के साथ सलमान और साथी
ओवैसी बंधुओं के साथ सलमान और साथी

इसके सोशल मीडिया पोस्ट देखने पर पता चला है कि यह 10 फरवरी 2024 यानी हल्द्वानी में दंगे के दो दिन बाद यहाँ पहुँचा था। एक वीडियो में सलमान बताता है कि वह पिछले 4 दिनों से हल्द्वानी में है और दंगों के बीच अपना काम कर रहा है। इसके विषय सोशल मीडिया पर उत्तराखंड पुलिस से शिकायत भी की गई थी।

इसके बाद यह दावा किया गया था कि इसे पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। हालाँकि, इसने खुद ही बुधवार (21 फरवरी 2024) को एक वीडियो डाल कर कहा है कि उसे कुछ देर के लिए हिरासत में लिया गया था, लेकिन उसे फिर छोड़ दिया गया। इस वीडियो में उसने कहा है कि अब हालत सामान्य हैं।

गौरतलब है कि सलमान और उसका साथी सैयद अयूब पहले भी पैसा इकट्ठा करके गड़बड़ी करने के मामले में पकड़े जा चुके हैं। वह इससे पहले 2020 में सोशल मीडिया पर पैसे माँगने के आरोप में पकड़े गए थे। उन्होंने जरूरतमंदों के नाम से पैसा इकट्ठा किया था। इसको लेकर उनके खिलाफ हैदराबाद के चंद्रयानगुट्टा थाने में FIR दर्ज की गई थी। उनको गिरफ्तार भी कर लिया गया था।

हल्द्वानी दंगा

बता दें कि 8 फरवरी 2024 को हल्द्वानी के बनभूलपुरा में नगर निगम और पुलिस की टीम एक अवैध रूप से बनाए गए मस्जिद और मदरसे को गिराने गए थे। इस कार्रवाई को रोकने के लिए यहाँ मौजूद मुस्लिम भीड़ ने पुलिस प्रशासन पर हमला कर दिया। यहाँ मौजूद पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों पर पत्थर बरसाए गए और उन्हें जलाकर मारने की कोशिश की गई।

मुस्लिम भीड़ ने यहाँ नगर निगम समेत कई गाड़ियों में आग लगा दी और कई घंटे तक हिंसा की। प्रशासन ने इसके बाद यहाँ कर्फ्यू लगा दिया था। अब पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 68 दंगाई गिरफ्तार किए हैं। दंगे का मुख्य आरोपित अब्दुल मलिक अब भी फरार है जिसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

वहीं इस दंगाइयों के पोस्टर भी शहर भर में लगाए गए हैं। इस दंगे के सरगना अब्दुल मलिक और उसके बेटे के घर को पुलिस ने कुर्क कर लिया है। ऑपइंडिया ने इस दंगे के दौरान ग्राउंड पर जाकर बताया था कि यहाँ असल में क्या हुआ था और इस्लामी भीड़ ने कैसे यहाँ हिंसा की थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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