उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और 3 बच्चों की हत्या के बाद खुद को भी गोली मारकर सुसाइड ली है। घटना सोमवार (4 अक्टूबर 2024) की है। माँ छोड़कर पूरे परिवार सहित खुद को को खत्म कर देने वाला राजेंद्र गुप्ता एक कारोबारी था। उसके परिवार में पहले भी पिता और भाई सहित 5 हत्याएँ हो चुकी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में इसे पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है हालाँकि, कुछ रिपोर्ट में तांत्रिक के इशारे पर की गई हरकत बताया जा रहा है। फ़िलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जाँच कर रही है। घटना वाराणसी के थाना क्षेत्र भेलूपुर की है। यहाँ के भदैनी इलाके में 45 वर्षीय राजेंद्र गुप्ता अपने परिवार के साथ रहता था।
उसके परिवार में 42 वर्षीया पत्नी नीलू और 16 साल की बेटी गौरांगी के अलावा 20 और 15 साल के 2 बेटे नवेंद्र और सुवेंद्र थे। मंगलवार (5 नवंबर) की सुबह घर की नौकरानी रेनू काम के लिए वहाँ गई। उसने काफी देर तक बेल बजाया, फिर भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। रेनू ने धक्का देकर गेट खोला तो अंदर खून फैला हुआ था और नीलू, गौरांगी, नवेंद्र और सुवेंद्र की लाश पड़ी थी।
रेनू इस घर में पिछले 5 साल से काम कर रही थी। सोमवार की शाम 6:30 पर वह खाना बनाकर राजेंद्र के घर से लौटी थी, तब उसे सब कुछ सामान्य लगा था। रेनू ने इसकी सूचना पड़ोसियों को दी। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुँची। मृतकों को गोली मारी गई थी। काफी खोजबीन के बाद राजेंद्र गुप्ता का कहीं पता नहीं चला।
पुलिस ने राजेंद्र गुप्ता का पता लगाने के लिए उसकी मोबाइल को ट्रेस करना शुरू कर दिया। मोबाइल के लोकेश के आधार पर पुलिस 10 किलोमीटर दूर वाराणसी के रोहनिया क्षेत्र स्थित एक गाँव मीरपुर लठिया के एक निर्माणाधीन मकान में पहुँची। वहाँ राजेंद्र गुप्ता की लाश पड़ी हुई थी। लाश के पास पिस्टल भी मिला।
अभी तक यही माना जा रहा है कि राजेंद्र ने अपनी कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर लिया है। फ़िलहाल सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इधर पुलिस हत्या के कारणों की पड़ताल में जुट गई है। वहीं, घर में राजेंद्र गुप्ता की माँ जिंदा बची है। वह काफी वृद्ध हैं। उम्र अधिक होने की वजह से वे हिल-डुल पाने में असमर्थ हैं।
तांत्रिक पर शक
इस सामूहिक नरसंहार को लेकर अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अमर उजाला सहित कई मीडिया संस्थानों में इसे किसी तांत्रिक के कहने पर राजेंद्र द्वारा किया या नरसंहार बताया जा रहा है। दावा किया गया है कि किसी तांत्रिक ने राजेंद्र को बताया था कि उसकी पत्नी नीलू गुप्ता उनके कारोबार में बाधा है।
कहा जा रहा है कि तांत्रिक की बात सुनकर राजेंद्र गुप्ता दूसरी शादी के चक्कर में पड़ गया था। इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच आए दिन झगड़ा होता रहता था। फ़िलहाल पुलिस इसकी सत्यता की पुष्टि में जुटी है। साथ ही उस तांत्रिक की भी तलाश कर रही है, जिसके इशारे पर इतने बडे़ नरसंहार को अंजाम दिया गया।
बेहद समृद्ध था राजेंद्र गुप्ता का परिवार
राजेंद्र गुप्ता का परिवार काफी समृद्ध था। राजेंद्र के पास वाराणसी में कुल 4 घर हैं, जिनमें 2 घर तो ऐसे हैं, जिसमें कमरों की संख्या लगभग 50 है। राजेंद्र ने इन कमरों को किराए पर दे रखा था, जिसका मासिक किराया लाखों रुपयों में आता था। इसके अलावा राजेंद्र के पास 100 से ज्यादा रिक्शे हैं। इन रिक्शों से उसे लाखों रुपए महीने में आमदनी होती थी।
इन सभी के अतिरिक्त राजेंद्र गुप्ता के पास देशी शराब के ठेके हैं। इन ठेकों पर बिक्री भी काफी अच्छी है, जिसे से प्रतिदिन हजारों रुपयों की कमाई होती है। राजेंद्र का बेटा नवेंद्र बेंगलुरु में एक मल्टीनेशनल कम्पनी में जॉब करता था। वह दीपावली की छुट्टी पर घर आया था। गौरांगी और सुवेंद्र वाराणसी के प्रतिष्ठित स्कूल डीपीएस में पढ़ते थे। घर में छठ मनाने की तैयारियाँ चल रही थीं।
घर में पहले भी हो चुकी हैं 5 हत्याएँ, राजेंद्र था आरोपित
नीलू गुप्ता राजेंद्र की दूसरी बीवी थी। राजेंद्र के परिवार में पहले भी 5 कत्ल हो चुके हैं। ये कत्ल राजेंद्र के पिता, भाई, पहली पत्नी और 2 गार्ड के हुए थे। 20 साल पहले एक गार्ड की हत्या में राजेंद्र जेल भी गया था। माना यह भी जा रहा है कि भाई, पिता और पहली पत्नी की हत्या में भी राजेंद्र का हाथ था। फ़िलहाल पुलिस उसके पुराने आपराधिक जीवन की भी पड़ताल कर रही है।