दिल्ली के नरेला में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर को इंडियन आर्मी पूरी तरह से टेकओवर करने की तैयारी में जुट गई है। यहाँ बड़ी तादाद में तबलीगी जमात के लोग कोरोना संदिग्ध होने के कारण रखे गए हैं। बता दें यह पहला कैंप हैं जहाँ आर्मी के डॉक्टरों की मदद माँगी गई थी।
जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले तक यहाँ इंडियन आर्मी के कुल 4 डॉक्टर और 8 नर्सिंग स्टाफ और सिक्योरिटी स्टाफ मौजूद था। मगर, अब पूरे कैंप को इंडियन आर्मी ने टेकओवर कर रही है। इसकी जानकारी भारतीय सेना के सूत्रों ने दी।
एएनआई के मुताबिक, नरेला कैंप में मेडिकल स्क्रीनिंग सेटअप को टेकओवर करने के लिए अतिरिक्त आर्मी मेडिकल स्टॉफ इस समय सिविल मेडिकल प्रोफेशनल के साथ काम कर रहा है।
गौरतलब है कि सबसे पहले शुक्रवार को इंडियन आर्मी की एक मेडिकल टीम नरेला कैंप पहुँची थी। उसमें दो डॉक्टर और 2 नर्सिंग स्टाफ मौजूद थे। उनके साथ सिक्यॉरिटी टीम भी गई थी। मगर, शनिवार को आर्मी ने मेडिकल टीम दोगुनी कर दी और वहाँ आर्मी के 4 डॉक्टर और 8 नर्सिंग स्टाफ तैनात कर दिए।
It is clarified that consequent to the request to take over Medical Screening setup at Narela Camp, additional Army medical staff is currently working along with civil medical professionals as part of the process of taking over the screening duties: Indian Army sources pic.twitter.com/bb3X6pdJmY
— ANI (@ANI) April 7, 2020
रविवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल विपिन रावत ने भी नरेला कैंप का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने सिविल डॉक्टर्स, आर्मी डॉक्टर्स और वॉलंटियर्स से बात की थी। साथ ही उन्हें पूरी मदद का भरोसा दिलाया। फिर नरेला कैंप में पूरी तरह आर्मी की मेडिकल टीम को तैनात करने के प्रपोजल को सोमवार सुबह मान लिया गया और इसके बाद ये प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
In the interest of the smooth running of the facility, it is being ensured that the takeover process will be gradual: Indian Army Sources https://t.co/dZsAkzF7nk
— ANI (@ANI) April 7, 2020
प्राप्त जानकारी के मुताबिक आर्मी की कुल करीब 80 लोगों की टीम नरेला आइसोलेशन कैंप भेजी जा रही है। उसमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और ऐडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ शामिल हैं। बता दें, नरेला कैंप में 1200 से ज्यादा कोरोना संदिग्धों को रखा गया है। इसमें दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज आने वाले तबलीगी जमाती भी हैं।
गौरतलब है कि नरेला के सेंटर में क्वारंंटाइन किए गए जमातियों की हरकत बेहूदगी की हर हदें पार कर रही हैं। इसलिए इस सेंटर को आर्मी को सौंपा गया। दरअसल इस सेंटर से इससे पहले खबर आई कि थी कि यहाँ दो जमातियों ने कमरे के बाहर शौच कर दिया और जब सफाईकर्मियों ने इसके संबंध में उनसे पूछताछ की तो उन्होंने उनके साथ बदसलूकी की। इसके बाद इस हरकत की खबर नरेला इंडस्ट्रियल थाना पुलिस को दी गई। बाद में पुलिस ने बाराबंकी निवासी मो. फहद और अदनान जहीर के खिलाफ सरकारी आदेश का उल्लंघन समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया।