भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा के साथ पहलवानों के समर्थकों ने बुधवार (3 मई 2023) को जंतर-मंतर पर बदसलूकी की। स्थिति को देखते हुए सुरक्षाबल उन्हें वहाँ से निकालकर सुरक्षित जगह ले गए। बता दें कि धरना दे रहे पहलवानों से मिलने के लिए वह धरना स्थल पर गई थीं।
इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है कि एक महिला सहित कई लोग पीटी उषा को घेर उनके साथ बदतमीजी कर रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि एक महिला कह रही कि ‘इन्होंने महिलाओं का अपमान किया है। क्यों नहीं करें ऐसा…’। इस दौरान पीटी उषा भीड़ से खुद को बचाने की कोशिश करती दिख रही हैं।
इसके एक एक बुजुर्ग व्यक्ति उन पर चिल्लाते दिख रहा है। कार में बैठी पीटी उषा के सामने आकर एक बुजुर्ग चीखते हुए कहता है, ‘हम फौजी आदमी हैं। हमारी बहन-बेटियों के लिए कर सकत है तो बता।”
PT Usha देश की शान रही हैं, वो भी उस वक्त से, जब #जंतर_मंतर पर बैठे पहलवान पैदा भी नहीं हुए होंगे।अगर किसी ने कोई बयान दिया है तो इसका मतलब यह नहीं कि उसके साथ ऐसा बर्ताव हो।जंतर मंतर पर बैठी बेटियाँ अगर देश की बेटी हैं तो #PTUsha भी उसी देश की बेटी हैं।#WrestlersProtest pic.twitter.com/7ow3Gldd3h
— Jitender Bhardwaj (@journo_jitendra) May 3, 2023
बता दें कि पीटी उषा भारतीय ओलंपिक संघ (IOC) की अध्यक्ष हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने पहलवानों के धरने को अनुशासनहीनता बताया था। पीटी उषा ने कहा था कि पहलवान सड़कों पर आकर भारत की छवि धूमिल कर रहे हैं। उन्होंने पहलवानों की आलोचना की थी।
इस पर पहलवान साक्षी मलिक ने पीटी उषा पर ही सवाल दाग दिया था। साक्षी मलिक ने 27 अप्रैल 2023 को कहा, “मैं पीटी उषा का सम्मान करती हूँ। उन्होंने हमें प्रेरित किया है, लेकिन मैं मैम से पूछना चाहती हूँ कि महिला पहलवानों ने आगे आकर उत्पीड़न का मुद्दा उठाया है। क्या अब हम विरोध भी नहीं कर सकते?”
पीटी उषा बुधवार (3 मई 2023) को भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (WFI Chief Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों से मिलने पहुँची। उन्होंने पहलवानों से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद धरना में शामिल बजरंग पुनिया ने कहा, “उन्होंने (पीटी उषा) कहा कि वे हमारे साथ खड़ी हैं और हमें न्याय दिलाएँगी। वह पहले एक एथलीट हैं और फिर कुछ और। उन्होंने (पीटी उषा) ने कहा कि वह हमारी समस्या पर गौर करेंगी और जल्द से जल्द इसका समाधान करेंगी।”
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जब दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की थी, तब पहलवान विनेश फोगाट ने कहा था कि धरना दे रहे हरियाणा के पहलवानों को दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है।
पहलवान साक्षी मलिक ने तो यहाँ तक कह दिया था, “हम अपना बयान सुप्रीम कोर्ट में दर्ज कराएँगे। उनको (बृजभूषण शरण सिंह) को जेल में डालने और सभी पदों से हटाने के बाद ही हमारा प्रदर्शन खत्म होगा।” पहलवान बृजभूषण शरण सिंह ने सांसद की सदस्यता छोड़ने की भी माँग रहे हैं।