केरल के जुल्फिकार की पाकिस्तानी जेल में 21 मई 2023 को मौत हो गई है। वह कराची की जेल में बंद था। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) से उसका कनेक्शन था। यह कनेक्शन सामने आने के बाद परिजनों ने उससे नाता तोड़ लिया था। लेकिन अब उसकी लाश वे लेने को तैयार हैं। उसका शव अटारी-वाघा बॉर्डर पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा।
48 वर्षीय जुल्फिकार केरल के पलक्कड़ जिले का रहने वाला था। उसे पाकिस्तानी कोस्टगार्ड ने अवैध रूप से अपनी समुद्री सीमा में घुसने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह लंबे समय तक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में रहा था। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को ISIS से उसके लिंक मिले थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जुल्फिकार साल 2018 में अपनी बीवी और 2 बच्चों के साथ UAE के आबूधाबी में रहता था। लेकिन शौहर के ISIS से रिश्ते जानने के बाद उसकी बीवी ने रिश्ता तोड़ लिया। वह भारत लौट आई थी। जुल्फिकार के अन्य परिजनों ने भी उससे रिश्ता खत्म कर लिया था।
लेकिन अब उसके अब्बा अब्दुल हमीद ने कहा है कि यदि गृह राज्य उसकी लाश लाई गई तो वे उसे लेंगे। हमीद ने कहा है कि क्राइम ब्रांच के एक परिचित इंस्पेक्टर ने उनसे इसके बारे में पूछा है। द न्यूज़ मिनट से बात करते हुए जुल्फिकार के भाई ने बताया कि वह साल 2018 से पलक्कड़ नहीं आया था। जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केरल सरकार के गृह विभाग को जुल्फिकार का शव उसके घर वालों को सौंपने के निर्देश दिए हैं। हालाँकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जुल्फिकार पाकिस्तान के समुद्री क्षेत्र में कैसे पहुँचा। पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक उसे मछुआरों के एक समूह के साथ पकड़ा गया था। जुल्फिकार कराची जेल में भारत के 200 अन्य मछुआरों के साथ बंद था।