कर्नाटक के बेलगाम जिले में एक जैन मुनि की हत्या कर दी गई है। मृतक का नाम मुनि कामकुमार नंदी महराज है जिनके शव को टुकड़ों में काट कर कहीं फेंक दिया गया है। पुलिस ने मामले में 2 आरोपितों को गिरफ्तार किया है जिन से पूछताछ कर के लाश को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हत्या की वजह जैन मुनि द्वारा उधार दिए गए पैसों को माँगना बताया जा रहा है। जैन मुनि गुरुवार (6 जुलाई 2023) से लापता चल रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला बेलगाम जिले के चिक्कोड़ी इलाके का है। यहाँ जैन मुनि 108 कामकुमार नंदी जी महाराज नंदी पर्वत आश्रम में पिछले 15 वर्षों से रह रहे थे। गुरुवार को नंदी महराज अचानक लापता हो गए। उनके शिष्यों ने पहले उन्हें अपने स्तर से खोजने का प्रयास किया लेकिन वो नहीं मिले। आखिरकार आश्रम के शिष्यों ने पुलिस में नंदी महराज की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू की तो शक एक संदिग्ध पर हुआ।
जब संदिग्ध को हिरासत में ले कर पूछताछ की गई तो उसने जैन मुनि की हत्या की बात स्वीकार कर ली। आरोपित मृतक का परिचित है। बताया जा रहा है कि आरोपित ने जैन मुनि से कुछ रुपए उधार लिए थे। काफी दिनों तक न लौटा पाने के बाद जैन मुनि ने अपने पैसे वापस माँगने शुरू कर दिए थे। इसी बात पर आरोपित ने जैन मुनि नंदी महाराज की जान ले ली। आरोपित ने घटना में अपने साथ एक अन्य व्यक्ति के शामिल होने की जानकारी दी है। पुलिस ने हत्या में शामिल उस दूसरे व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया है।
दोनों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने जैन मुनि की हत्या कर के लाश टुकड़ों में काट दी। बाद में दोनों ने उन टुकड़ों को कटकाबावी गाँव के पास नदी में फेंकने की जानकारी दी। दोनों की निशानदेही पर पुलिस शव को खोजने का प्रयास कर रही है। हालाँकि, अभी तक पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई है। एहतियातन आश्रम में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। मृतक जैन मुनि का जन्म 6 जून 1967 को कर्नाटक के ही बेलगाम जिले में हुआ था। बचपन में उनका नाम भ्रामप्पा था।