जम्मू कश्मीर में ‘लव जिहाद’ की एक पीड़िता ने न्याय के लिए उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा से गुहार लगाई गई। ये मामला ऐसे समय में आया है, जब दो सिख लड़कियों के जबरन निकाह और इस्लामी धर्मांतरण का मुद्दा चर्चा में है। निकिता सैनी मूल रूप से पंजाब की रहने वाली है और वो जालंधर में एक ऑर्थोपेडिक अस्पताल में कार्यरत थीं। उनकी शादी उधमपुर के आरफीन शाह के साथ हुई थी। उन्होंने बताया कि आरफीन 9वीं-10वीं कक्षा की पढ़ाई के दौरान उनका क्लासमेट था।
‘JK Media’ के आशीष कोहली से बात करते हुए निकिता ने बताया कि व्हाट्सएप्प और फेसबुक पर उनका क्लासमेट होने की वजह बात होती थी, जो दोस्ती में बदल गई। बकौल निकिता, आरफीन को उनके बारे में सब कुछ पता था। बकौल निकिता, जनवरी 2021 में अचानक से उसने अपनी माँ का इलाज करवाने को कहा, जो कैंसर की मरीज थी। निकिता ने इसमें उसकी मदद की। आरफीन को पता था कि निकिता का पहले पति के साथ तलाक हो चुका है।
निकिता ने बताया, “आरफीन और उसकी अम्मी ने मुझे बताया कि वो लोग विधवाओं और तलाकशुदा महिलाओं की मदद करते हैं। साथ ही कहा कि वो लोग एकदम खुले विचारों वाले हैं और कभी धर्म-परिवर्तन करने के लिए नहीं कहेंगे। अकेली महिला होने के कारण मुझे भी लगा कि मुझे सामाजिक सुरक्षा की ज़रूरत है, इसीलिए मैंने हामी भर दी। फिर सहारनपुर में मेरा इस्लामी रीति-रिवाज से निकाह हुआ।”
निकिता ने बताया कि जब बताया कि खुद को लिबरल बताने वाले उन लोगों ने निकाह के समय उनका नाम नफ़ीज़ा रख दिया, जिसे देख कर वो चौंक गईं। निकिता ने बताया कि सवाल पूछने पर पति और सास ने इसे एक दस्तावेजी औपचारिकता बताया। इसके बाद हरिद्वार ले जाकर मनसा देवी मंदिर में हिन्दू प्रक्रिया से शादी हुई। कुछ दिन बाद उन्हें हरिद्वार बुलाया गया। इसके बाद जो हुआ, वो चौंकाने वाला था।
निकिता ने बताया कि उधमपुर बुलाने के बाद पूरे परिवार ने उनकी ‘काउंसिलिंग’ की, जिसमें पति के अलावा सास-ससुर और ससुर के भाई भी मौजूद थे। उन पर दबाव बनाया जाने लगा कि वो अपने ससुर से निकाह कर लें। बकौल निकिता, उनकी सास ने दावा किया कि उन्होंने 2007 के बाद से ही अपने पति के साथ शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाए हैं, क्योंकि वो कैंसर की मरीज थीं। निकिता का कहना है कि तब घर की बात घर में ही रही, लेकिन सुबह फिर दबाव बनाया जाने लगा।
इसके बाद उन्हें लालच दिया गया कि उनके ससुर अपनी संपत्ति उनके नाम पर कर देंगे। फिर उन्हें 20,000 रुपए प्रति महीने देकर रखने की बात की गई। निकिता ने बताया कि इस दौरान उनके पति ने उनका साथ देने का दिखावा किया और दोनों कुंजवानी में शिफ्ट हो गए। इसके कुछ दिनों बाद वो फिर से अपने पिता से निकाह करने को कहने लगा और कहा कि घर की बात घर में ही रहेगी, किसी को पता नहीं चलेगा।
निकिता ने अपना दर्द सुनाते हुए कहा कि एक दिन अचानक से उनका पति गायब हो गया और कुछ दिनों बाद उसकी तरफ से एक संदेश भिजवाया गया कि वो तलाक दे दें नहीं तो बहुत बड़ी समस्या हो जाएगी। उन्हें धमकी दी जाने लगी। निकिता ने इस मामले में FIR भी दर्ज कराई गई। उन पर परिवार के एक सदस्य के अपहरण का आरोप लगाया। बाद में पता चला कि वो फैमिली टूर पर था। तब निकिता ने तंग आकर आत्महत्या की धमकी दी।
पुलिस ने घर में मिल-बैठ कर मामला सुलझाने की बात कही। निकिता ने बताया कि उनके पति के परिवार की बंदूक फैक्ट्री है और वो ‘जियो और जीने दो’ नामक NGO भी चलाते हैं। उन्हें न्यूड वीडियो और फोटोग्राफ वायरल करने की धमकी दी। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मदद की बजाए डेट पर डेट दे रही है। उन्होंने अपनी जान का खतरा बताते हुए कहा कि वो मीडिया के सामने आई हैं, ताकि उनके साथ जो हुआ वो किसी और के साथ न हो। उन्होंने अपने पति के खिलाफ कार्रवाई की भी गुहार लगाई।