Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाज'ये जामिया है, यहाँ शाकाहारी नहीं मिलेगा': छात्र ने यूनिवर्सिटी कैंटीन में माँगा वेज...

‘ये जामिया है, यहाँ शाकाहारी नहीं मिलेगा’: छात्र ने यूनिवर्सिटी कैंटीन में माँगा वेज सैंडविच, दिया चिकन वाला; ABVP का दावा- शिकायत भी नहीं सुनी

"आज सेंट्रल कैंटीन में एक शाकाहारी छात्र को वेज सैंडविच की जगह नॉन-वेज सैंडविच परोसा गया। जब इसकी शिकायत की गई तो उसे बताया गया कि ये जामिया है, यहाँ आपको शुद्ध शाकाहारी खाना नहीं मिलेगा।"

दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) की सेंट्रल कैंटीन में शाकाहारी छात्र को कथित तौर पर नॉनवेज सैंडविच परोसने का मामला सामने आया है। कैंटीन स्टाफ से शिकायत करने पर जवाब मिला कि कैंटीन में शुद्ध शाकाहारी खाना नहीं मिलता है। यह मामला अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की जामिया मिलिया की इकाई ने उठाया है।

एबीवीपी की जामिया इकाई ने 19 जुलाई 2022 को किए एक ट्वीट में कहा है, “आज सेंट्रल कैंटीन में एक शाकाहारी छात्र को वेज सैंडविच की जगह नॉन-वेज सैंडविच परोसा गया। जब इसकी शिकायत की गई तो उसे बताया गया कि ये जामिया है, यहाँ आपको शुद्ध शाकाहारी खाना नहीं मिलेगा।”

फोटो साभार: ABVP का ट्विटर

जामिया एबीवीपी से जुड़े एक छात्र ने पहचान उजागर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया, “सेंट्रल कैंटीन में एक शाकाहारी छात्र को वेज सैंडविच की जगह नॉन वेज सैंडविच दिया गया और शिकायत करने पर माफी तक नहीं माँगी। कर्मचारियों ने दावा किया कि चिकन के टुकड़े गलती से सैंडविच में चले गए होंगे। कैंटीन के मालिक को बार-बार फोन किया गया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। कैंटीन के कर्मचारियों ने तो यहाँ तक कह दिया कि यह आरएसएस का एजेंडा है।”

छात्र ने पूछा, “वहाँ मौजूद अन्य छात्रों ने भी देखा कि सैंडविच के अंदर चिकन के टुकड़े थे। सेंट्रल कैंटीन में अलग से शाकाहारी खाने का काउंटर क्यों नहीं है? विश्वविद्यालय में शाकाहारी छात्र ऐसी घटनाओं से कब तक परेशान होते रहेंगे? कैंटीन का ठेका देने से पहले मालिकों को शाकाहारी भोजन के लिए अलग काउंटर रखने के लिए क्यों नहीं कहा जाता है? शाकाहारी और मांसाहारी भोजन के लिए एक ही बर्तन का उपयोग क्यों किया जाता है?”

छात्र ने अनुरोध किया कि विश्वविद्यालय के कुलपति इस मामले की जल्द से जल्द जाँच करें। वह या तो कैंटीन का टेंडर रद्द करें, या फिर उचित कार्रवाई करें ताकि किसी भी अन्य शाकाहारी छात्र को इस तरह से मांसाहारी भोजन ना परोसा जाए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -