दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान 15 दिसम्बर को जामिया नगर और न्यू फ्रेंड्स कालोनी के पास हुई हिंसा मामले में जामिया नगर इलाके के एक स्थानीय नेता आशु खान को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार कर उसे शनिवार (अप्रैल 4, 2020) को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने अदालत में पेश किया। अदालत ने खान को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। अब पुलिस उससे आगे की पूछताछ कर रही है।
आशु खान आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़ा हुआ है और जामिया नगर इलाके का स्थानीय नेता है। उसके खिलाफ जामिया नगर थाने और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में दो अगल-अलग केस दर्ज हुए थे। दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे लोगों को जब पुलिस ने हटाया था तब भी आशु खान भीड़ लेकर आया था। पुलिस के मुताबिक, आशु खान के खिलाफ जामिया हिंसा के दौरान लोगों को भड़काने का आरोप है।
गौरतलब है कि 15 दिसंबर को जामिया में हुई हिंसा में शुरुआती रिपोर्ट में जिन 6 लोगों पर आरोप लगा था उनमें आशु खान भी था। इसके अलावा कॉन्ग्रेस के पूर्व विधायक आसिफ खान, स्थानीय नेता मुस्तफा और हैदर, आईसा सदस्य चंदन कुमार, एसआईओ सदस्य आसिफ तन्हा और सीवाईएसएस सदस्य कामिस उस्मानी का नाम भी शामिल था।
FIR के मुताबिक, आसिफ और आशु खान प्रदर्शनकारियों को उकसा रहे थे और नारे लगा रहे थे। प्रदर्शनकारी CAA और NRC विरोधी नारे लगा रहे थे और मथुरा रोड की ओर बढ़ रहे थे। बाद में प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और पुलिसकर्मियों और डीटीसी बसों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने तिकोना पार्क और जाकिर नगर पुलिस बूथ को भी तोड़ दिया था। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने 70-80 मोटर बाइकें भी तोड़ दीं, कई बसों को आग लगा दी थी। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था और आँसू गैस के गोले छोड़े थे।