विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार अपराध रोकने में नाकाम रही है। बीते कुछ महीनों में राज्य के दलितों और जनजातीय समाज के साथ हो रहे अपराधों में बढ़ोतरी की बात भी कही जा रही है। अब हजारीबाग जिले में दलित गर्भवती महिला को ट्रैक्टर से रौंद कर हत्या करने का मामला सामने आया है। आरोपित फाइनेंस कंपनी ‘महिंद्रा फाइनेंस’ के कर्मचारी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, हजारीबाग के सिजुआ गाँव के निवासी दिव्यांग किसान मिथिलेश प्रसाद मेहता ने साल 2018 में ‘महिंद्रा फाइनेंस’ से ट्रैक्टर फाइनेंस कराया था। इस ट्रैक्टर का लोन करीब 1 लाख 20 हजार रुपए बचा था। इसी बकाया लोन को वसूलने के लिए ‘महिंद्रा फाइनेंस’ के कर्मचारी मृतक के पिता के पास आए थे। परिजनों के अनुसार, बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया था। लेकिन, फाइनेंस कंपनी के लोग अतिरिक्त 12 हजार रुपए की माँग कर रहे थे।
इसी के चलते गुरुवार (15 सितंबर, 2022) को कर्मचारी एक बार फिर आए और दोपहर करीब 11:30 बजे गुपचुप तरीके से ट्रैक्टर ले जाने लगे। लगभग 11:30 बजे ट्रैक्टर को जबरदस्ती ले जाने लगे। इस बात की जानकारी मिलते ही मिथिलेश मेहता ने अपनी बेटी मोनिका कुमारी को साथ लिया और मोटरसाइकिल पर बैठा कर उनका पीछा किया।
इसके बाद इचाक थाना क्षेत्र के बरियठ गाँव के पास उन्हें फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ट्रैक्टर ले जाते दिखाई दिए। वहाँ उन्होंने, ट्रैक्टर छोड़ने के लिए कहा और उसके सामने खड़े हो गए। चूँकि मोनिका ग्रेजुएट थीं, इसलिए उन्होंने फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी से उनकी आईडी माँगी। इस दौरान फाइनेंस कंपनी के मैनेजर ने बैगनआर कार संख्या ‘जेएच 02 बीडी 5605’ कार से उतर कर ड्राइवर से ट्रैक्टर आगे बढ़ाने का इशारा किया। इसी बीच ट्रेक्टर का पहिया युवती के कमर पर चढ़ गया, जिससे मोनिका घायल हो गईं।
मोनिका मेहता के घायल होने के बाद उसे आनन-फानन में हजारीबाग के हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे राँची के रिम्स हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया। रिम्स ले जाते समय ही घायल दलित युवती मोनिका ने दम तोड़ दिया। मोनिका 3 महीने की गर्भवती थी।
दलित गर्भवती युवती की हत्या के इस मामले में एसपी मनोज रतन चौथे का कहना है कि महिंद्रा फाइनेंस के रोशन सिंह समेत चार कर्मचारियों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सभी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लगातार इस बात की सूचना मिल रही है कि फाइनेंस कंपनियों के एजेंट पैसे की वसूली के लिए अवैध और जोर-जबरदस्ती करते हैं। एसपी का कहना है कि फाइनेंस कंपनियों को स्पष्ट हिदायत दी गई है कि वे नियमानुसार अपनी कार्रवाई करें, क्योंकि नियम के खिलाफ जाकर कार्रवाई करने पर उन्हें अंजाम भुगतना होगा।