Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाज'हम चप्पल पहनते हैं क्योंकि भारत माता के कारण बीमारी न हो': हिंदू विरोधी...

‘हम चप्पल पहनते हैं क्योंकि भारत माता के कारण बीमारी न हो’: हिंदू विरोधी टिप्पणी पर ईसाई पादरी ने माँगी माफी

कुछ लोगों के मुताबिक जॉर्ज ने वीडियो में कहा है, "नरेंद्र मोदी का आखिरी दिन सब दयनीय होगा। मैं लिखकर दे सकता हूँ। अगर जिन भगवान को हम पूजते हैं वो सच में जिंदा हैं तो इतिहास देखेगा कि मोदी और अमित शाह के सड़े शरीर को कुत्ते और कीड़े खाएँगे।"

कन्याकुमारी के अरुमनई में 18 जुलाई 2021 को आयोजित एक सभा में ‘जनन्याग क्रिस्थुवा पेरवई अमाईपु’ नामक NGO के सलाहकार व ईसाई पादरी जॉर्ज पोन्नैया (George Ponniah) की हिंदू विरोधी टिप्पणी ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। उनके भाषण की वीडियो वायरल होने के बाद से पूरे तमिलनाडु में उन पर 30 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। आरोप है कि उन्होंने भारत माता को अपशब्द कहे और देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के लिए भी आपत्तिजनक बातें कहीं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भाषण की वीडियो वायरल होने के बाद पादरी का जो विरोध शुरू हुआ, उसे देख उन्होंने सार्वजनिक तौर पर माफी माँगी। उनका तर्क है कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें कुछ भाग को एडिट करके बढ़ाया जा रहा है ताकि मामले को दूसरा एंगल दिया जा सके।

वह कहते हैं, “वीडियो देखने के बाद कई लोगों ने गलत समझा कि मैं हिंदुओं के ख़िलाफ़ बोल रहा हूँ। मैंने या किसी ने भी सभा में ऐसा कुछ नहीं होला। अगर उसके बावजूद मेरे हिंदू भाई बहनों की भावना आहत हुई तो मैं दिल से माफी माँगता हूँ। मैं अपने प्यारे हिंदू भाई और बहनों को कहना चाहता हूँ कि मैं ऐसी टिप्पणी दोबारा कभी नहीं पास करूँगा।”

बता दें कि स्टेन स्वामी के निधन के बाद 18 जुलाई को कन्याकुमारी अरुमनई में ये सभा बुलाई गई थी। इस कार्यक्रम में बोलते हुए, जॉर्ज पोन्नैया ने आरोप लगाया कि तमिलनाडु अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय और अल्पसंख्यक आयोग, अल्पसंख्यकों को प्रार्थना सभा आयोजित करने से मना कर रहे हैं।

पादरी ने कहा कि उन्होंने हाल के राज्य चुनावों में द्रमुक को जिताने के लिए कई अल्पसंख्यक संगठनों के साथ कड़ी मेहनत की थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद ऐसा लगता है कि पार्टी ने उनकी (अल्पसंख्यकों) अनदेखी की है। पोन्नैया ने हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्त बोर्ड के मंत्री शेखर बाबू व आईटी मंत्री मनो थंगराज सहित अन्य को उनके कार्यों के लिए भला बुरा कहा, जो कथित तौर पर हिंदू समुदाय के पक्ष में थे।

उन्होंने भारत माता पर विवादित टिप्पणी की। उन्होंने नागरकोली के भाजपा विधायक एम आर गाँधी पर तंज कसते हुए कहा, “वो इसलिए चप्पल नहीं पहनते क्योंकि वो भारत माता को दर्द नहीं देना चाहते और हम लोग इसलिए चप्पल पहनते हैं ताकि हमारे पैर गंदे न हों और भारत माता के कारण हमें कोई बीमारी न हो।”

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने जॉर्ज के विरुद्ध हुई शिकायतों की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि आईपीसी की विभिन्न धाराओं में  जॉर्ज के ख़िलाफ़ मामले दर्ज हैं और मामले में आगे जाँच की जा रही है।

बता दें कि सोशल मीडिया पर जॉर्ज की वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की मौत की कामना की। उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी का आखिरी दिन सब दयनीय होगा। मैं लिखकर दे सकता हूँ। अगर जिन भगवान को हम पूजते हैं वो सच में जिंदा हैं तो इतिहास देखेगा कि मोदी और अमित शाह के सड़े शरीर को कुत्ते और कीड़े खाएँगे।”

कुछ लोग उनकी वीडियो देखने के बाद इल्जाम लगा रहे हैं कि जॉर्ज ये बात स्वीकार कर चुके हैं कि उन्होंने ईसाइयों और मुस्लिमों पर डीएमके को वोट देने का दबाव बनाया था। उनके बयान पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि धर्म के नाम पर पाया गया वोट तो नगण्य माना जाता है क्या चुनाव आयोग इस पर संज्ञान लेगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -