Sunday, November 17, 2024
Homeदेश-समाजमनाही के बाद भी हिजाब पहन क्लासरूम में आ रही थीं मुस्लिम छात्राएँ, विरोध...

मनाही के बाद भी हिजाब पहन क्लासरूम में आ रही थीं मुस्लिम छात्राएँ, विरोध में भगवा स्कार्फ में कॉलेज पहुँचे छात्र: कर्नाटक का मामला

इससे पहले कर्नाटक के उडुपी जिले से इसी तरह का मामला सामने आया था। नियमों को धता बताकर मुस्लिम छात्राएँ हिजाब पहनने पर अड़ी हुई थीं।

कर्नाटक के कोपा स्थित सरकारी महाविद्यालय में हिजाब पहनकर आने वाली मुस्लिम छात्रों का विरोध अनोखे तरीके से किया गया। यहाँ पर छात्रों का एक समूह हिजाब के विरोध में भगवा रंग का स्कार्फ पहन कर कॉलेज पहुँचा। इसे देखते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य ने कहा है कि 10 जनवरी को SMC की बैठक होगी। उसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे। उस बैठक में जो भी फैसला लिया जाएगा, उसे सभी को उसे मानना होगा।

दरअसल बालागाडी स्थित राजकीय डिग्री कॉलेज ने शुरुआत में विद्यार्थियों को भगवा स्कार्फ पहनकर कक्षा में आने की अनुमति दे दी थी। प्रबंधन ने लड़कियों को हिजाब नहीं पहनकर आने को कहा था। लेकिन अब उसने 10 जनवरी तक सभी को अपनी इच्छा से कुछ भी पहन कर आने की अनुमति दे दी है। महाविद्यालय के प्राचार्य अनंत मूर्ति ने कहा कि तीन साल पहले इसी तरह की बैठक में फैसला किया गया था और सभी अब तक उसका पालन कर रहे थे।

सोमवार (3 जनवरी 2022) को कुछ छात्र कक्षा में भगवा स्कार्फ पहन कर आए। उन्होंने कुछ छात्राओं के परिधान पर आपत्ति जताई। बीकॉम के छात्र विनय कोप्पा ने आरोप लगाया कि मुस्लिम लड़कियाँ कॉलेज में हिजाब पहनकर आ रही हैं। छात्र ने कहा कि तीन साल पहले भी इसी तरह का विवाद महाविद्यालय में हुआ था। तब यह फैसला किया गया था कि कोई भी हिजाब पहनकर नहीं आएगा। लेकिन पिछले कुछ दिनों से कुछ छात्राएँ हिजाब पहनकर महाविद्यालय आ रही हैं, इसलिए उन्होंने भगवा स्कार्फ पहनकर महाविद्यालय आने का फैसला किया।

छात्रों ने कहा कि उनके अनुरोध पर महाविद्यालय प्रशासन ने कई बार मुस्लिम छात्राओं से अनुरोध किया कि वे हिजाब पहनकर नहीं आएँ, लेकिन वो नहीं मानीं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस मुद्दे का समाधान नहीं किया गया तो आनेवाले दिनों में उनका विरोध और तेज होगा। गौरतलब है कि इससे पहले कर्नाटक के उडुपी जिले से इसी तरह का मामला सामने आया था। कॉलेज नियमों को धता बताकर मुस्लिम छात्राएँ हिजाब पहनने पर अड़ी हुई थीं। मामला उडुपी जिले के सरकारी महिला पीयू कॉलेज का था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -