कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार में कानून व्यवस्था और आर्थिक हालत, दोनों ही बिगड़ती जा रहीं हैं। कर्नाटक की राजधानी में सरेआम एक महिला की पीजी में घुस कर हत्या कर दी गई। कर्नाटक के एक और जिले में भी एक महिला की हत्या हुई। वहीं यह जानकारी भी सामने आई है कि कॉन्ग्रेस सरकार में लगभग 1200 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
जानकारी के अनुसार, बेंगलुरु के कोरमंगला इलाके में रहने वाली एक महिला की पीजी के भीतर घुस कर एक व्यक्ति ने हत्या कर दी। मृतका कृति कुमारी बिहार की रहने वाली थी। उसकी हत्या करने वाले की पहचान नहीं हो पाई है। यह घटना मंगलवार (23 जुलाई, 2024) को देर रात में हुई।
पुलिस को शक है कि महिला की हत्या उसकी किसी जान पहचान वाले व्यक्ति ने ही की है। मृतका कृति कुमार बेंगलुरु में रह कर एक निजी कम्पनी में काम करती थी। पुलिस अब आसपास के इलाकों के CCTV की जाँच करके हत्यारे की तलाश करने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच चालू कर दी है।
बेंगलुरु के अलावा कर्नाटक के बड़े शहर शिवमोगा में भी एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी और शव को दफना दिया। बताया गया कि महिला ने उससे प्रेम विवाह किया था। दोनों के परिवार इस विवाह के लिए राजी नहीं थे। दोनों के बीच कुछ समय से विवाद चल रहा था। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
कर्नाटक में कानून व्यवस्था के अलावा भ्रष्टाचार के मामले भी सामने आ रहे हैं। हाल ही में कर्नाटक के CM सिद्दारमैया की पत्नी को मैसुरु में एक महँगे इलाके में जमीन आवंटन का मामला सामने आया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि MUDA ने सिद्दारमैया की पत्नी की कम दाम वाली जमीन अधिग्रहित कर बदले में महँगे इलाके में जमीन दी।
आरोप लगाया गया था कि दोनों जमीनों की कीमत में काफी अंतर था और इससे सिद्दारमैया की पत्नी को इससे भारी फायदा हुआ। इसके अलावा हाल ही कर्नाटक में वाल्मीकि निगम में भी घोटाले का मामला सामने आया था। यह निगम कर्नाटक में जनजातियों के विकास के लिए काम करता है।
आरोप है कि जनजातियों के विकास के लिए दिए गए ₹88 करोड़ रूपए का हेरफेर किया गया। इस मामले में कर्नाटक सरकार में मंत्री बी नागेन्द्र को मंत्रिपद छोड़ना पड़ा था। वह वर्तमान में जेल में हैं और जाँच एजेंसियाँ इस मामले की तह तक पहुँचने का प्रयास कर रही हैं।
किसानों की आत्महत्या भी बड़ा मुद्दा
कर्नाटक में किसानों की हालत भी बिगडती जा रही है। हाल ही में कर्नाटक सरकार के राजस्व विभाग ने स्वयं माना है कि पिछले 15 माह में ही 1182 किसान राज्य में आत्महत्या कर चुके हैं। सबसे अधिक आत्महत्या के मामले बेलगावी, धारवाड़ और हावेरी में सामने आए हैं। इन जिलों में 100 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है।
बताया गया है कि इनमें से अधिकांश किसानों ने सूखा, बढ़ते कर्ज और फसल खराब होने के कारण आत्महत्या की है। कर्नाटक के इन किसानो की आत्महत्या का मुद्दा सितम्बर 2023 में भी उठा था। तब राज्य के APMC मंत्री शिवानंद पाटिल ने कहा था कि जबसे सरकार ने मुआवजा बढ़ाया है तबसे किसानों की आत्महत्या के मामले अधिक सामने आ रहे हैं।