उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में भाजपा नेता वसीम बारी और उनके परिवार के दो सदस्यों की हत्या करने वाले आतंकवादी की सुरक्षा बलों ने पहचान कर ली है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी की पहचान आबिद हक्कानी के रूप में हुई है। वह बुधवार (जुलाई 8, 2020) रात 8:40 बजे बांदीपोरा पुलिस स्टेशन पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ था।
बताया जा रहा है कि यह आतंकवादी वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान गया था। वहाँ उसने ट्रेनिंग ली और फिर भारत में घुस गया।
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने कहा था कि भाजपा नेता की सुरक्षा में काेई कमी नहीं की गई थी। बारी काे 10 पीएसओ उपलब्ध कराए गए थे। इनमें से 2 सुरक्षा विंग और 8 जिला पुलिस के जवान थे। यह सुरक्षा में चूक का मामला है। सुरक्षाकर्मी चाैकस रहते ताे आतंकी मार गिराए जाते।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सभी दस पुलिसकर्मियों को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया गया है क्योंकि जब आतंकवादी बीजेपी नेता पर हमला कर रहे थे तो पुलिसकर्मी उनके आसपास नहीं थे। खबरों के मुताबिक, जब आतंकवादियों ने बीजेपी नेता पर गोलियाँ चलाई तो पुलिसकर्मी घर के अंदर थे।
आईजी विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया, “उनके पास पर्याप्त सुरक्षा थी। ऑन ड्यूटी सुरक्षाकर्मियों से लापरवाही हुई। ड्यूटी पर मौजूद सभी 10 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है। सीसीटीवी फुटेज को देखने पर ऐसा लग रहा है कि इस वारदात को पूरी योजना के तहत अंजाम दिया गया है।”
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में आतंकियों ने बुधवार (जुलाई 08, 2020) देर शाम भाजपा के जिलाध्यक्ष वसीम बारी की हत्या कर दी थी। आतंकवादियों ने वसीम बारी के अलावा उनके पिता और भाई की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। उमर भाजपा की जिला युवा इकाई का सदस्य थे, जबकि उनके पिता बशीर शेख भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रह चुके थे।
पुलिस ने बताया कि इस घटना में उनके पिता और भाई की भी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि हमला करने के बाद आतंकी मौके से फरार हो गए। हालाँकि अब सीसीटीवी फुटेज से आतंकी की पहचान हो चुकी है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा था, “वसीम बारी की हत्या से पार्टी को भारी नुकसान हुआ है। मैं उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना जाहिर करता हूँ। पूरी भाजपा पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। मैं भरोसा देता हूँ कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।”