5 जुलाई को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे से 30 किलोग्राम सोना जब्त होने के बाद से केरल सोना तस्करी कांड गर्माया हुआ है। रिपोर्ट्स के अनुसार, UAE के डिप्लोमैटिक मिशन के कुछ कर्मचारियों की मदद से जुलाई 2019 से लेकर अब तक कम से कम 300 किलोग्राम सोने की तस्करी हुई। इसे 13 खेप में बिना जाँच के पास किया गया। इनमें से कुछ का वजन 70 किलो तक भी था।
अब इसी के मद्देनजर वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने रविवार (जुलाई 19, 2020) को इस मामले में सीएम पिनराई विजयन से पूछताछ करने की माँग उठाई है। उन्होंने कहा कि सोने की तस्करी के सनसनीखेज मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय की भूमिका की जाँच होनी चाहिए और सीएम पिनराई विजयन से भी पूछताछ होनी चाहिए।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने भी सोने की तस्करी के मामले में मीडिया से बात करते हुए सीएम कार्यालय पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस मामले में मुख्य आरोपित के साथ सीएम कार्यालय के उच्चाधिकारियों के शामिल होने की खबरें सामने आने के बाद कार्यालय की अक्षमता और वहाँ फैला भ्रष्टाचार उजागर हो गया है।
हिंदुस्तान की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस मामले पर आगे की जाँच के लिए कुछ कार्यक्रमों की जाँच हो रही है। एनआईए ने भी 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और सीमा शुल्क ने भी अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। अब इन लोगों से पूछताछ के बाद जिन लोगों के नाम सामने आए, उन्हें भी जल्द सूचित किया जाएगा।
गौरतलब है कि इससे पहले भी 5 जुलाई को मामले के खुलासे के बाद इस केस में पिनराई विजयन का कार्यालय शक के घेरे में आया था। बताया जा रहा था कि ‘डिप्लोमेटिक इम्युनिटी’ का सहारा लेकर सोने की तस्करी की गई और साथ ही एयरपोर्ट से भी इस सोने को पास कराने के लिए इसके सहारा लिया गया।
सोने की इस तस्करी में स्वप्ना सुरेश नामक अधिकारी का नाम आया था और स्वप्ना का नाम आते ही उसके फोन कॉल्स से यह खुलासा हुआ था कि वह सुरेश और पीआर सरिथ राज्य के बड़े नेताओं से लगातार संपर्क में थी।
इसके अलावा वह केरल के उच्च शिक्षा मंत्री केटी जलील से भी टच में थी। केरल के उच्च शिक्षा मंत्री और CPI (M) नेता केटी जलील और आरोपित स्वप्ना सुरेश के बीच कॉल डेटा रिकॉर्ड से पता चला था कि दोनों के बीच 16 कॉल किए गए थे और वह निरंतर सम्पर्क में थे।
बता दें कि स्वप्ना सुरेश केरल गोल्ड तस्करी केस की प्रमुख आरोपित है। इससे पहले, NIA ने UAE से दुबई में रहने वाले तीसरे आरोपित फैसल फरीद के प्रत्यर्पण की माँग की थी। NIA ने यह भी दावा किया था कि सोने की तस्करी आतंकी गतिविधियों की फंडिंग के लिए की जा रही थी।