केरल सेंट्रल यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी साहित्य पढ़ाने वाले सहायक प्रोफेसर इफ्तिखार अहमद पर दर्जनों छात्र-छात्राओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। विद्यार्थियों का आरोप है प्रोफेसर अहमद इरोटिक प्रोएट्री की क्लास को सेक्सुअल कमेंट और अश्लील चर्चा का आधार बना दिया। इस दौरान इफ्तिखार ने महिलाओं को यौन तृप्ति की वस्तु के रूप में भी प्रदर्शित किया।
ये सभी विद्यार्थी MA अंग्रेजी प्रथम वर्ष के हैं। उनकी क्लास इसी साल सितंबर 2023 में ही शुरू हुई थी। विद्यार्थियों का कहना है कि 13 नवंबर को इफ्तिखार अहमद ने एक अर्ध बेहोश छात्रा को क्लास रूम और विश्वविद्यालय के हेल्थ सेंटर में गलत तरीके से छुआ।
छात्रा का कहना है कि जब पानी सिर से ऊपर गुजर गया तो उन्होंने इफ्तिखार अहमद के खिलाफ 16 नवंबर 2023 को औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। वहीं, छात्राओं और हेल्थ सेंटर की महिला अधिकारी का कहना है कि जिस दिन यह घटना हुई थी, उस दिन इफ्तिखार अहमद शराब के नशे में थे।
ऑनमनोरमा की खास रिपोर्ट के मुताबिक, क्लास के कुल 41 विद्यार्थियों में से 33 विद्यार्थियों ने प्रोफेसर के खिलाफ 7 पेज की एक शिकायत लिखी और उस पर अपने-अपने हस्ताक्षर किए। इस शिकायत-पत्र में विद्यार्थियों उन 31 घटनाओं का जिक्र किया है, जिसे इफ्तिखार अहमद ने क्लासरूम और कैंपस में अंजाम दिया था।
शिकायत में छात्राओं ने कहा है कि 13 नवंबर को इफ्तिखार अहमद की पेपर का इंटरनल एक्जाम देते हुए एक छात्रा बेहोश हो गई। उसका ब्लड शुगर लेवल नीचे आ गया। अहमद के PhD स्कॉलर ने अहमद को बुलाया और वे वहाँ ऑफिस स्टाफ शिल्पा के साथ आए।
इस दौरान अहमद बार-बार अपनी बाँहों में लेकर उसे उठाने की कोशिश की, उसके कंधों को पकड़ कर झकझोरा और चेहरे पर पानी का छींटा मारक उसे अपने हाथों से चारों तरफ मिलाया। इस दौरान लड़की को पहली बार असहजता महसूस हुई। हेल्थ सेंटर में ले जाने के बाद भी अहमद लड़की का कभी हाथ पकड़ते तो कभी पैर। उसे हर तरह से छूने की कोशिश की।
हेल्थ सेंटर की स्टाफ ने भी कहा कि अहमद ने लड़की को अनुचित तरीके से छूने की कोशिश करते रहे। इस दौरान बेहोशी की हालत में भी लड़की उन्हें धक्के देकर खुद से दूर रखने की कोशिश करती दिख रही थी। महिला अधिकारी का कहना था कि अहमद का व्यवहार अनुचित था।
इतना ही नहीं, छात्राओं ने ये आरोप लगाया कि इफ्तिखार अमहद कविता और साहित्य के नाम पर सेक्स, सेक्सुअल प्लेजर और चरम आनंद की बात करते हैं। अहमद क्लास के लिए डिजाइन अपने कोर्स में महिलाओं को सेक्स की वस्तु कहते हैं। ऐसी ही एक कक्षा में अहमद ने कहा था, “ओरल सेक्स (मुख मैथुन) कम्युनिकेशन का सबसे बेहतरीन माध्यम है।”
क्लास में ऐसा ही एक अश्लील उदाहरण देते हुए अहमद ने कहा था, क्या तुम लोग जानती हो कि बस पर सबसे खुश बस कंडक्टर क्यों होता है? क्योंकि, वह बहुत से लोगों (महिलाओं) में टच करता है।” अहमद ने तो क्लास की एक छात्रा को लेकर ही अश्लील टिप्पणी कर दी।
अहमद ने क्लास की एक छात्रा से कहा, क्या तुम मुझे अपने पूरे शरीर को चाटने दोगी, जैसा कि ‘जर्मन संभ्रांत वर्ग’ में प्रचलित था। उन्होंने चौड़ी ललाट वाली लड़कियों को क्लास में घूरते हुए कहा कि मध्यकालीन इंग्लैंड में चौड़ी ललाट वाली महिलाओं को काम-वासना से परिपूर्ण महिला माना जाता था।
इसी तरह ‘To His Coy Mistress’ कविता की चर्चा करते हुए अहमद ने कविता के संदर्भ हटकर बताया कि योनि प्रवेश (Penetration) कैसे किया गया है। इस दौरान अहमद ने छात्राओं की देखकर शारीरिक रूप से अश्लील संकेत भी किया। अहमद ने पढ़ाने को सेक्स करने की तरह बताया और कहा कि इसमें बोरियत से बचने के लिए पोजिशन बदलते रहने और अलग-अलग तकनीक अजमाने की जरूरत होती है।
एक छात्रा की ओर इशारा करते हुए अहमद ने यौन प्रलोभन और उन्माद को लेकर कहा कि वह दो साड़ी देकर उस लड़की को अपने कमरे में बुलाए और वह आने के लिए तैयार भी हो गई, लेकिन इसके बदले उसने तीन साड़ी की माँग की। अहमद ने कविता के जूनून को महिलाओं के अंडरवियर सूंघने की दीवानगी से की।
छात्र-छात्राओं की शिकायत के बावजूद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आंतरिक जाँच पूरी होने तक इफ्तिखार अहमद को निलंबित नहीं किया है। हालाँकि, अंग्रेजी विभाग की डीन डॉक्टर आशा ने इफ्तिखार अहमद को जाँच पूरी होने तक छात्राओं से दूर रहने के लिए कहा है। हालाँकि, इफ्तिखार विभाग में नजर आते हैं।