केरल के मलप्पुरम ज़िले के तनूर में गुरुवार (24 अक्टूबर) की रात कम्युनिस्ट और मुस्लिमों के बीच झड़पें हुईं, एक मुस्लिम लीग पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। ख़बर के अनुसार, 36 वर्षीय एम इशाक़ नमाज़ के बाद एक स्थानीय मस्जिद से लौट रहा था, तभी उसका पीछा करते हुए कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया-मार्क्सवादी (CPI-M) के हुड़दंगियों ने उस पर हमला कर दिया। इसके बाद इशाक़ को एक अस्पताल में ले जाया गया, जहाँ उसने दम तोड़ दिया।
मुस्लिम लीग ने CPI-M के एक वरिष्ठ नेता पी जयराजन को हत्या का दोषी ठहराते हुए उनके ख़िलाफ़ जाँच की माँग उठाई है। यहाँ यह बात ग़ौर करने वाली है कि जयराजन कई हत्या के मामलों में आरोपित हैं। उनके ख़िलाफ़ हत्या की जाँच की माँग उठाते हुए, मुस्लिम लीग ने मलप्पुरम में बंद का आह्वान किया था।
यह हिंसा क्षेत्रीय हैवीवेट CPI-M और मुस्लिम लीग के बीच चल रही अशांति का परिणाम था, जो भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) का दूसरा सबसे बड़ा साझेदार है।
हत्या की यह घटना गुरुवार तड़के करीब 7:30 बजे की है। प्रारंभिक जाँच से पता चला है कि हमले में तलवार और चाकू का इस्तेमाल किया गया था। पार्टी ने माकपा के 4 कार्यकर्ताओं पर इशाक़ पर हमला करने और हत्या करने का आरोप लगाया है।
तनुर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने The News Minute को बताया, “हमने माकपा के 4 कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है। हम अभी भी मामले में अन्य विवरणों की जाँच कर रहे हैं।” जानकारी के अनुसार, मुस्लिम लीग के स्थानीय नेतृत्व ने आरोप लगाया है कि यह हमला बिना किसी उकसावे के हुआ और पुलिस की एक टीम जो उस समय बाहर डेरा डाले हुए थी, हमले को रोक नहीं सकी।
हालाँकि, हमले के बाद इशाक़ को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई और शव का पोस्टमार्टम कोझीकोड मेडिकल कॉलेज में अस्पताल में किया गया। मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक़, मलप्पुरम ज़िले की CPI (M) समिति ने इस हमले में किसी भी तरह की भूमिका से इनकार किया है।