केरल पुलिस ने सोमवार (सितंबर 23, 2019) को राज्य के मलप्पुरम जिले के कोलाथुर इलाके में स्थित एक मदरसे से अरबी पढ़ाने वाले रफीक नामक (35) मौलवी को गिरफ्तार किया। मौलवी पर इल्जाम है कि उसने केयरटेकर की अनुपस्थिति का फायदा उठाकर मदरसे में पढ़ने वाली 17 साल की बच्ची का यौन उत्पीड़न किया।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शुरुआती जाँच में खुलासा हुआ है कि जिस मदरसे में ये पूरी घटना हुई, वो अवैध है और उसे अब तक बिना लाइसेंस के चलाया जा रहा था। जाँच में पुलिस को मदरसे से 12 और लड़कियाँ मिली हैं, जिन्हें फिलहाल आश्रय गृह भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक कुछ लड़कियों ने राज्य की चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर को फोन कर मदरसा प्रशासन के ख़िलाफ़ शोषण की शिकायत की। मलप्पुरम चाइल्डलाइन चीफ कॉर्डिनेटर अनवर कराक्कड़ ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान बताया कि जैसे ही उन्हें इसकी सूचना मिली, उन्हें पूछताछ की। 3 में से 1 लड़की ने इस बात को स्वीकारा कि मौलवी रफीक ने उसका यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को इसके बारे में सूचना दी।
उन्होंने बताया कि मदरसे को बिना अनुमति के संचालित किया जा रहा था और वहाँ रहने वाली सभी लड़कियाँ गरीब परिवार से थी। फिलहाल, लड़कियों को बचा लिया गया है और उन्हें आश्रय गृह भेज दिया गया है।
पीड़ित बच्ची की मेडिकल जाँच में उसके साथ हुए यौन उत्पीड़न की पुष्टि हो चुकी है और आरोपित मौलवी को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। कोलाथुर के एसएचओ ने भी बताया है कि मामले में जाँच जारी है। पता लगाया जा रहा है कि रफीक ने कितने बच्चों का उत्पीड़न किया है।