किशन भरवाड हत्याकांड में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। News18 गुजराती की एक रिपोर्ट के अनुसार, जाँच एजेंसियों ने गाजियाबाद के डासना मंदिर के यती नरसिंहानंद और जितेंद्र नारायण त्यागी (पूर्व नाम वसीम रिजवी) सहित 26 लोगों के प्रोफाइल का खुलासा किया है।
ધંધુકા કિશન હત્યા કેસમાં થયા મોટા ખુલાસા,તપાસ એજન્સીઓને મૌલાના ઐયુબના મોબાઈલમાંથી 26 લોકોની પ્રોફાઈલ મળી આવી.ઉપરાંત અનેક માહિતી મળી આવી જૂઓ pic.twitter.com/lrgC7W8MsZ
— News18Gujarati (@News18Guj) February 7, 2022
रिपोर्ट के मुताबिक, 26 नामों में से एक नाम एक न्यूज चैनल के संपादक का भी है। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते, तेलंगाना पुलिस और अन्य सहित कई जाँच एजेंसियाँ अहमदाबाद में जाँच में शामिल हुई हैं। इससे पहले गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने दिल्ली के मौलाना कमर गनी को गिरफ्तार किया था और उनके कार्यालय से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त किए थे। इसके लिए बैंक खातों की जाँच की जा रही है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन 26 लोगों के प्रोफाइल फोन पर मिले, उनमें से दस में बीएस पटेल, पंकज आर्य, पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ, महेंद्रपाल आर्य, राहुल आर्य, राधेश्याम आचार्य, उपदेश राणा, उपासना आर्य, साजन ओदेदरा और आरएसएन सिंह शामिल हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक मौलाना अय्यूब के मोबाइल फोन में करीब 26 प्रोफाइल मिले हैं। ये लोग भी निशाने पर थे या नहीं, इसकी जाँच की जा रही है। बता दें कि मौलाना अय्यूब को अहमदाबाद के जमालपुर से गिरफ्तार किया गया था और उस पर भारवाड के हत्यारों को बंदूक मुहैया कराने का आरोप है। पुलिस इस बात की जाँच कर रही है कि कहीं ये लोग भी किशन भरवाड की तरह हत्या के राडार पर तो नहीं थे।
इससे पहले शनिवार को धंधुका की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने तीन मुख्य आरोपितों को 10 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
किशन भरवाड हत्याकांड
25 जनवरी 2022 को, धंधुका के युवा किशन भरवाड की दो बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट साझा किया था जिसमें पैगंबर मुहम्मद का चित्रण था। मुस्लिमों को पैगंबर मुहम्मद की छवि आपत्तिजनक लगती है और इस तरह की बातें करने वालों को ईशनिंदा की संज्ञा देकर मारने को कट्टर मुस्लिमों द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है।
किशन भरवाड की हत्या के बाद, पूरे भारत से कम से कम 6 मौलवियों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कई एजेंसियाँ मामले की जाँच कर रही हैं और उन्हें हत्या के मामले में किसी बड़ी साजिश का संदेह है।