Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाजअतीक अहमद के तीनों हत्यारों पर पहले से कई केस: किसी पर कॉन्स्टेबल की...

अतीक अहमद के तीनों हत्यारों पर पहले से कई केस: किसी पर कॉन्स्टेबल की हत्या का आरोप तो किसी पर 17 FIR: परिजनों ने कहा – हमारा इनसे कोई रिश्ता नहीं

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या केस में तीसरे शूटर का नाम सनी सिंह है। सनी सिंह हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है, जिस पर पहले से ही 17 केस दर्ज हैं।

प्रयागराज में हुई अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद तीनों शूटरों के परिवार वालों के बयान सामने आ गए हैं। बांदा के रहने वाले लवलेश तिवारी के घर वालों ने काफी पहले से ही उनसे नाता तोड़ लेने की बात कही है। उन्होंने लवलेश को नशेड़ी बताया है। दूसरे शूटर हमीरपुर के सनी सिंह के परिजनों ने भी उनसे कोई रिश्ता न होने की जानकारी दी है। तीसरे शूटर अरुण के घर वालों ने भी मामले में किसी जानकारी होने से इनकार किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांदा जिले के लवलेश तिवारी के पिता ने अपने बेटे को नशे का आदी बताया है। उन्होंने कहा कि एक लम्बे समय से उनका अपने बेटे से कोई वास्ता नहीं है। लवलेश पर एक लड़की को थप्पड़ मारने का भी केस चल रहा है। लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी ने पुलिस की जाँच में पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया है। लवलेश की माँ ने अपने बेटे को बजरंग बली का भक्त और दूसरों का मददगार बताया है। भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने भी मीडिया से लवलेश के पिता को बेवजह तंग न करने की अपील की है।

दूसरा शूटर अरुण मौर्य मूल रूप से कासगंज के बघेला पुख्ता का का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि पूर्व में उस पर एक GRP कॉन्स्टेबल की हत्या का आरोप है। अरुण के घर में एक बूढ़ी माँ है जिसे घटना के बारे में कुछ भी नहीं पता। घर के रूप में महज एक झोपडी है जिस पर छत भी नहीं है। फ़िलहाल पुलिस अरुण से पूछताछ कर रही है।

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या केस में तीसरे शूटर का नाम सनी सिंह है। सनी सिंह हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है, जिस पर पहले से ही 17 केस दर्ज हैं। वह हमीरपुर जिले के कुरारा का रहने वाला है। सनी का नोएडा क्षेत्र के बड़े माफिया सुंदर भाटी से भी पुराना रिश्ता बताया जा रहा है। सनी के भाई और पिता की मौत हो चुकी है और माँ मायके में रहती है। सनी अपराध की दुनिया में 10 साल से एक्टिव बताया जा रहा है। फ़िलहाल पुलिस उसके बाकी नेटवर्क को खंगाल रही है।

सनी सिंह की क्राइम हिस्ट्री:

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बाल उखाड़े, चाकू घोंपा, कपड़े फाड़ सड़क पर घुमाया: बंगाल में मुस्लिम भीड़ ने TMC की महिला कार्यकर्ता को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, पीड़िता ने...

बंगाल में टीएमसी महिला वर्कर की हथियारबंद मुस्लिम भीड़ ने घर में घुस कर पिटाई की। इस दौरान उनकी दुकान लूटी गई और मकान में भी तोड़फोड़ हुई।

जिस कॉपर प्लांट को बंद करवाने के लिए विदेशों से आया पैसा, अब उसे शुरू करने के लिए तमिलनाडु में लोग कर रहे प्रदर्शन:...

स्टरलाइट कॉपर प्लांट के बंद होने से 1,500 प्रत्यक्ष और 40,000 अप्रत्यक्ष नौकरियाँ चली गईं। इससे न केवल स्थानीय लोगों पर असर पड़ा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा प्रभाव हुआ।
- विज्ञापन -