Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजमदरसे में पढ़ने गई 13 साल की बच्ची, अगली सुबह गन्ने के खेत में...

मदरसे में पढ़ने गई 13 साल की बच्ची, अगली सुबह गन्ने के खेत में मरी मिली: मुँह में भरी थी मिट्टी, कपड़े थे फटे

बच्ची 8 अक्टूबर को मदरसे में पढ़ने के लिए घर से निकली थी। जब देर शाम तक वह मदरसे से नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की और पुलिस में मामला दर्ज करवाया। अगले दिन दिन उसका शव एक गन्ने के खेत में पड़ा हुआ मिला।

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक 13 साल की बच्ची का शव मिला है। वह 8 अक्टूबर 2023 को घर से मदरसे के लिए निकली थी। अगली सुबह उसका शव गन्ने के खेत में मिला। उसके कपड़े फटे हुए थे। मुँह में मिट्टी भरी हुई थी।

मामला तिकुनिया थाना क्षेत्र के बसंतापुर ग्राम की है। रेप के बाद हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। रिपोर्टों के अनुसार बच्ची 8 अक्टूबर को मदरसे में पढ़ने के लिए घर से निकली थी। जब देर शाम तक वह मदरसे से नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की और पुलिस में मामला दर्ज करवाया।

अगले दिन दिन उसका शव एक गन्ने के खेत में पड़ा हुआ मिला। बताया जा रहा है कि उसके कपड़े फटे हुए थे। सर समेत पूरे शरीर पर चोटों के निशान थे। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है मृत लड़की की माँ ने कहा कि उसकी बेटी के मुँह में मिट्टी भरी हुई थी। इस घटना से इलाके में काफी गुस्सा है। जाँच के लिए घटनास्थल पर पहुँचे लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक गणेश साहा की गाड़ी लोगों ने घेर ली थी। पुलिस अधीक्षक ने परिजनों को कार्रवाई का भरोसा दिया है।

नाबालिग का शव जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। तीन डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा। इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई जाएगी।

मृत लड़की के परिवार वालों ने पुलिस पर इस मामले में समय पर कार्रवाई ना करने का आरोप लगाया है। पुलिस के घटनास्थल पहुँचने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। पीड़ित परिजनों ने पुलिस और प्रशासन से जल्द से जल्द न्याय दिलाने की माँग की है। पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध मामला दर्ज कर क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में टीमें लगाई हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -