Tuesday, November 5, 2024
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‘सरकारी जमीन पर बनाई मस्जिद-कब्रिस्तान-ईदगाह, रोहिंग्या को भी बसाया’: अलीगढ़ का ‘लैंड जिहाद’ CM योगी तक पहुँचा, दावा- कोर्ट के आदेश पर भी नहीं हटा कब्जा

उच्च न्यायलय के आदेश के बावजूद करवाई न होने पर ग्रामीणों ने अदालत में अवमानना का केस दर्ज किया। इस केस के बाद अलीगढ़ के डीएम के साथ कोल के SDM व तहसीलदार को तलब किया गया था।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में भाजपा के एक नेता ने ग्राम पंचायत की जमीन पर ‘लैंड जिहाद’ होने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता ने इस जमीन पर मुस्लिमों द्वारा अवैध कब्ज़ा कर के ईदगाह, मस्जिद और कब्रिस्तान बना लेने का दावा किया है। उन्होंने इस बाबत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिखा है। सोमवार (16 अक्टूबर, 2023) को लिखे गए इस पत्र में शिकायतकर्ता ने कब्ज़ा की गई जमीन से देश विरोधी गतिविधियाँ संचालित होने की जानकारी दी है।

यह शिकायती पत्र डॉ निशित शर्मा ने लिखा है। निशित भाजपा में अलीगढ़ के जिला प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी रह चुके हैं। जिस जगह का उन्होंने जिक्र किया है वो तहसील कोल क्षेत्र के गाँव चिलकौरा की है। यह गाँव अलीगढ़ शहर से सटा हुआ है। शिकायत में उन्होंने बताया है कि गाँव पंचायत की जमीन पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा साल 2010 से अवैध कब्ज़ा शुरू किया गया था। तब के लेखपाल (राजस्व निरीक्षक) ने अवैध कब्जेदारों पर केस भी दर्ज करवाया था लेकिन उसको पिछली सरकार ने दबा दिया।

शिकायत में आगे बताया गया है कि साल 2017 में गाँव चिलकौरा के निवासियों ने वहाँ हुए अवैध कब्ज़े की शिकायत हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) के जरिए की थी। इस PIL पर हाईकोर्ट ने अलीगढ़ प्रशासन को 6 माह की समयसीमा देते हुए जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। निशित शर्मा का आरोप है कि उच्च न्यायलय के आदेश के बावजूद करवाई न होने पर ग्रामीणों ने अदालत में अवमानना का केस दर्ज किया। इस केस के बाद अलीगढ़ के डीएम के साथ कोल के SDM व तहसीलदार को तलब किया गया था।

आरोप है कि हाईकोर्ट में तलब किए जाने के बाद तहसीलदार कोल ने अधिकतर मामलों को निस्तारित करने का शपथ पत्र जमा किया था। हालाँकि, निशित के मुताबिक, असली हालत चिंताजनक हैं। उनका दावा है कि चारागाह की जमीन पर मुस्लिम समुदाय द्वारा मस्जिद, ईदगाह, कब्रिस्तान और अवैध तौर पर मकान बना लिए गए हैं। इस जमावड़े को शिकायतकर्ता ने हरियाणा के नूहं मेवात वाले पैटर्न पर आबादी बढ़ाने की साजिश बताया है। निशित का ये भी दावा है कि अवैध कब्ज़े वाली सड़क को CAA विरोधी हिंसा में दंगे भड़काने के लिए इस्तेमाल किया गया है।

शिकायत के अंत में निशित ने अवैध कब्ज़े की जमीन का इस्तेमाल कर रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को भी संरक्षण मिलने की बात कही है। साथ ही कब्जेदारों को इस्लामी कट्टरपंथी कहते हुए मुख्यमंत्री से न सिर्फ जमीन से अवैध कब्ज़ा हटवाने का आदेश देने बल्कि इसके पीछे जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई किए जाने की भी माँग की गई है। सबूत के तौर पर भाजपा नेता ने कुछ बिल्डिंग और इबादतगाहों की तस्वीर भी अपने फेसबुक पर शेयर की है।

यहाँ एक इबादतगाह के आगे कुछ बकरियाँ खड़ी दिखाई दे रहीं हैं। साथ ही एक अन्य तस्वीर में कई मकान बने दिख रहे जिसके साथ खुली नाली निकल रही है। निशित ने अपनी शिकायत में CM योगी आदित्यनाथ को टैग किया है। उन्होंने लिखा, “अलीगढ़ में ग्राम पंचायत चिलकौरा की भूमि पर तैयार हो रहा एक और मेवात। चारागाह की जमीन पर अवैध कॉलोनी , मस्जिद ,कब्रिस्तान हो चुका तैयार। प्रशासन ने की कोर्ट की अवमानना। वर्षों तक अधिकारी रहे मौन। महाराज योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिख कर की प्रार्थना। दंडित करें इन सबको। भूमि मुक्त हो।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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