हरियाणा में हुई महापंचायत के बाद दवा कम्पनी हमदर्द (Hamdard) में हिन्दुओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने की माँग की गई है। माँग पूरी न होने पर मानेसर स्थित कम्पनी को बंद करवाने का एलान किया गया है। गुरुवार (7 जुलाई 2022) को हुई पंचायत में हमदर्द पर नौकरियाँ में हिन्दुओं के साथ पक्षपात करने का आरोप लगाया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंचायत में स्थानीय ग्रामीण और हिन्दू संगठन के मौजूद लोगों ने अपनी माँगों को लेकर स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। मानेसर के पूर्व सरपंच राम अवतार के मुताबिक, हमदर्द की फैक्ट्री स्थानीय हिन्दू किसानों की जमीनों पर बनी है। उसे ट्रस्ट के नाम पर भी काफी छूट मिल रही है।
राम अवतार ने बताया कि इतना सब कुछ होने के बाद भी इस दवा कंपनी में किसी भी स्थानीय हिन्दू को आज तक नौकरी नौकरी नहीं दी गई। इसमें प्रशासन से यह भी माँग की गई कि वो फैक्ट्री में जाकर चेक करे कि वहाँ कितने हिन्दू कर्मचारी काम करते हैं।
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशासन को दिए गए ज्ञापन में शिकायत की गई है कि किसी योग्य व्यक्ति को भी मात्र स्थानीय हिन्दू होने के नाते मौक़ा नहीं दिया जाता। पंचायत में हमदर्द कम्पनी में होने वाली भर्ती प्रक्रिया की जाँच की माँग भी की गई है।
पंचायत में फैसला किया गया है कि अगर हिन्दुओं को 50 प्रतिशत नौकरी की माँग पर जल्द अमल नहीं किया गया तो फैक्ट्री में ताला लगा दिया जाएगा। इस पंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन काफी सजग रहा।
मानेसर के DCP महावीर सिंह के मुताबिक, “पंचायत के दौरान और बाद में लॉ एन्ड आर्डर की स्थिति पूरी तरह से सामान्य रही और हालात पर हमारी पूरी नजर है।” द ट्रिब्यून का दावा है कि हमदर्द के चीफ ऑपरेशन्स यूनिट मैनजर शैलेश तिवारी ने कम्पनी पर लगे तमाम आरोपों को निराधार बताए हुए इसे महज पब्लिसिटी स्टंट बताया है।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने हरियाणा में चल रही निजी कंपनियों में हरियाणा के लोगों को 75 प्रतिशत आरक्षण दिलाने का एलान किया था। इसके बाद निजी कंपनियों ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।