Sunday, December 22, 2024
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असम के ईसाई स्कूल में बच्चों को जबरन बीफ खिलाने पर FIR दर्ज, अभिभावकों ने किया प्रदर्शन: शिकायत पर स्कूल से निकालने की धमकी

अभिभावकों ने माँग की है कि उन छात्रों को स्कूल से निकाला जाए जिन्होंने जबरन दूसरे छात्रों को बीफ खिलाया। स्कूल के प्रिंसिपल से जब कार्रवाई की माँग की तो उन्होंने स्थानीय छात्रों को धमकाया। उनसे कहा गया कि यदि वह इस विषय में बोले तो उन्हें स्कूल से निष्कासित कर दिया जाएगा।

असम के कामरूप में एक ईसाई स्कूल में स्थानीय हिन्दू बच्चों को कथित तौर पर बीफ खिलाया गया। स्कूल प्रशासन से जब इसकी शिकायत की गई तो उन्होंने मामले का संज्ञान लेने के बजाय छात्रों को ही धमकी दी। यह मामला जब बच्चों के अभिभावकों के पास पहुँचा तो उन्होंने FIR करवाई। उन्होंने स्कूल के बाहर इस मामले में प्रदर्शन भी किया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कामरूप के अन्धेरीजुली में स्थित ईसाई मिशनरी कार्मेल स्कूल में यह घटना हुई। रिपोर्ट में बताया गया कि गुरुवार (19 सितम्बर, 2024) को स्कूल में भोजन के समय के दौरान कुछ छात्रों को जबरन बीफ खिलाया गया। बीफ खिलाने का आरोप स्कूल में पढ़ने वाले मणिपुरी छात्रों पर लगाया गया है।

स्थानीय रिपोर्ट में बताया गया कि कक्षा 7 में पढ़ने वाले स्थानीय हिन्दू छात्रों को मणिपुरी छात्रों ने जबरन बीफ खिलाया। मणिपुरी छात्रों पर स्थानीय छात्रों को पीटने का भी आरोप है। यह घटना पहले दबी रही और बाद में अभिभावकों पता चली। छात्रों ने जब इसे स्कूल प्रशासन को बताया तो उन्होंने मामले को दबाने की कोशिश की।

एक अभिभावक ने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी स्कूल के बाहर के एक दुकानदार से हुई। दुकानदार ने उन्हें स्कूल में बीफ बाँटे जाने की सूचना दी। बच्चे के अभिभावक ने कहा कि उनका बेटा इसी स्कूल में पढ़ता है, उसने उन्हें बताया कि स्कूल के भीतर कुछ छात्र बीफ बाँट रहे थे।

पीड़ित अभिभावक ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चे को मणिपुरी छात्रों से कुछ ना लेने की हिदायत दी थी, क्योंकि यह बीफ हो सकता है। हालाँकि, गुरुवार को उनके बच्चे को एक मणिपुरी छात्र ने मांस खाने को दिया और जब उसने पूछा तो मणिपुरी छात्र ने इसके बीफ होने की बात बताई।

एक अन्य अभिभावक ने मीडिया से कहा कि उनकी बेटी ने उन्हें यह सूचना दी कि मैगी में बीफ मिला गया था। उन्होंने कहा कि जब इस बारे में प्रिंसिपल से पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। अन्य अभिभावकों ने भी स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि उनकी धार्मिक भावनाएँ आहत हुई हैं।

अभिभावकों ने माँग की है कि उन छात्रों को स्कूल से निकाला जाए जिन्होंने जबरन दूसरे छात्रों को बीफ खिलाया। स्कूल के प्रिंसिपल से जब कार्रवाई की माँग की तो उन्होंने स्थानीय छात्रों को धमकाया। उनसे कहा गया कि यदि वह इस विषय में बोले तो उन्हें स्कूल से निष्कासित कर दिया जाएगा।

अभिभावकों ने इस संबंध में स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया है। उन्होंने स्थानीय थाने में इस मामले में FIR भी दर्ज करवाई है। स्कूल प्रशासन इस मामले में जवाब देने से बच रहा है। स्थानीय प्रशासन ने यहाँ सुरक्षाबलों की तैनाती की है। ऑपइंडिया ने इस विषय स्कूल से सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिल सका।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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