गुरुग्राम सेक्टर 47 के निवासियों का खुले में नमाज पढ़ने को लेकर राज्य के विजिलेंस ब्यूरो ऑफिस के सामने विरोध प्रदर्शन जारी है। मामले में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सेक्टर 12 के लोग भी खुले में नमाज का विरोध करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र के स्थानीय लोगों के अलावा, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल आदि जैसे हिंदू समूहों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि नमाज के वक्त खुले इलाके में भारी भीड़ जमा हो जाती है, जिससे मुख्य मार्ग जाम हो जाता और यातायात बाधित होता है। इसके अलावा, सार्वजनिक स्थान पर नमाज अदा करने पर इलाके में रहने वाले लोगों की आवाजाही भी बाधित हो जाती है।
नमाज के विरोध में भारी भीड़ जमा होने के बाद पुलिस की टीमें कानून-व्यवस्था की समस्या को रोकने के लिए मौके पर पहुँचीं। वीडियो में कुछ स्थानीय मुस्लिम खुले में नमाज अदा करते नजर आ रहे हैं, जबकि विरोधी इसके विरोध में ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है।
Breaking: Namaz again disrupted in Gurgaon. Slogans of ‘Jai Shri Ram’ raised. Heavy police presence at the site. pic.twitter.com/C6qrYdLSo0
— Pavneet Singh Chadha 🚜 🌾 (@pub_neat) October 22, 2021
खुले में नमाज का विरोध कर रहे हिंदू समूहों के अनुसार यह जगह सरकारी संपत्ति है और इसका इस्तेमाल प्रशासन की अनुमति के बिना नमाज अदा करने के लिए किया जाता रहा है।
शुक्रवार (15 अक्टूबर 2021) की दोपहर में भी करीब 100 लोग तख्तियाँ लिए, भजन गाते और नारे लगाते हुए मैदान में आ गए। उनके पास एक पोर्टेबल स्पीकर और एक माइक था। वे सार्वजनिक स्थानों पर नमाज रोकने में विफल रहने पर मनोहर लाल खट्टर सरकार के खिलाफ नारे भी लगा रहे थे। उनकी तख्तियों पर ‘नमाज की जगह खाली करो’ लिखा हुआ था और वे ‘भारत माता की जय’ और भजन गाते रहे।
सार्वजनिक जगहों पर नमाज रोकने में सबसे आगे रहने वाले सेक्टर 47 के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील यादव बार-बार मीडिया से कह चुके हैं कि इससे ट्रैफिक जाम समेत काफी गड़बड़ी हुई है। प्रदर्शन कर रहे निवासियों ने कहा कि मुस्लिमों को मस्जिदों या वक्फ बोर्ड की जमीन पर जुमे की नमाज अदा करनी चाहिए, न कि सार्वजनिक स्थानों पर।
निवासियों का सवाल है कि क्या राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन हिंदुओं को प्रार्थना और भजन के लिए सार्वजनिक स्थानों पर कब्जा करने की अनुमति देगी। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि यहाँ नमाज में शामिल होने वाले ज्यादातर मुस्लिम सेक्टर 7 और 8 जैसे दूर-दराज के क्षेत्रों से आते हैं। उनके पास अपने क्षेत्र में नमाज अदा करने के लिए विकल्प और स्थान हैं लेकिन वे यहाँ केवल परेशानी पैदा करने और जमीन पर कब्जा करने के इरादे से आते हैं।
स्थानीय निवासियों की नाराजगी निराधार नहीं है क्योंकि समस्या सेक्टर 47 तक सीमित नहीं है। मई 2018 में, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था कि नमाज सार्वजनिक स्थानों की बजाय मस्जिदों में पढ़ी जानी चाहिए। यह टिप्पणी सार्वजनिक स्थानों पर नमाज के लिए कब्जा किए जाने के संदर्भ में थी। 2018 में गुरुग्राम जिले के भीतर सार्वजनिक स्थानों पर 76 स्थानों पर नमाज अदा की गई और स्थानीय प्रशासन द्वारा इसकी व्यवस्था की गई।