महाराष्ट्र के लोकायुक्त जस्टिस वीएम कनाडे (Justice V.M. Kanade) ने सोमवार (3 जनवरी 2021) को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) को बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के बंगले ‘प्रतीक्षा’ की दीवार गिराने में देरी करने के लिए जमकर फटकारा। लोकायुक्त ने इस कार्य में करीब एक साल की देरी होने का जिक्र करते हुए कहा, “बीएमसी सड़क चौड़ीकरण परियोजना के लिए जुहू में अमिताभ बच्चन के बंगले ‘प्रतीक्षा’ की दीवार को गिराने में देरी करने के लिए बेतुके बहाने बना रही है।”
जस्टिस कनाडे ने कहा, “बीएमसी के दीवार ना तोड़ने का कारण स्पष्ट नहीं है। जब भी कोई सड़क चौड़ीकरण परियोजना शुरू की जाती है तो उसके लिए बीएमसी को पर्याप्त बजट दिया जाता है। ऐसे में यह प्रतीत होता है कि बीएमसी बेतुके बहाने बनाकर बाउंड्री वॉल गिराने में जान-बूझकर देरी कर रही है।” लोकायुक्त के आदेश में कहा गया है, “यह सामान्य बात है कि 30 मई के बाद मॉनसून में तोड़फोड़ की कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इसलिए इस काम में कम से कम एक और साल की देरी होगी।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना के नियंत्रण वाले नगर निकाय (BMC) ने पिछले महीने कहा था कि उसने अमिताभ बच्चन के बंगले की दीवार को इसलिए नहीं गिराया, क्योंकि उसके पास सड़क चौड़ीकरण करने के लिए ठेकेदार नहीं हैं। अगले वित्तीय वर्ष में जब इसके लिए एक ठेकेदार की नियुक्ति की जाएगी तो वह दीवार को गिरा देगी और जमीन का अधिग्रहण कर लेगी।
बता दें कि कॉन्ग्रेस पार्षद ट्यूलिप मिरांडा ने अक्टूबर 2021 में महाराष्ट्र लोकायुक्त से इस मामले में निकाय द्वारा कोई कार्रवाई न करने को लेकर शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि वर्ष 2019 में बीएमसी ने बच्चन के बंगले से सटे एक भवन की चार दीवारी को तोड़ दिया और सड़क के चौड़ीकरण के लिए इसकी जमीन पर भी हासिल कर ली थी। लेकिन उन्होंने अभी तक अभिनेता के बंगले को नहीं तोड़ा है।