Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाजमणिपुर सरकार ने 5457 अवैध प्रवासियों की पहचान की, बायोमेट्रिक सैंपल जुटाए: मुख्यमंत्री बीरेन...

मणिपुर सरकार ने 5457 अवैध प्रवासियों की पहचान की, बायोमेट्रिक सैंपल जुटाए: मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने देश से निकालने की कार्रवाई शुरू की

इसके पहले सीएम ने कहा था, "…बिना किसी भेदभाव के हमने म्यांमार से आए अवैध प्रवासियों के निर्वासन का पहला चरण पूरा कर लिया है। इसके तहत 38 और प्रवासी आज मोरेह के माध्यम से मणिपुर, भारत छोड़ रहे हैं। पहले चरण में कुल 77 अवैध अप्रवासियों को निर्वासित किया गया है।"

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बुधवार (8 मई) को बताया कि सरकार ने राज्य में 5457 अवैध प्रवासियों की पहचान की है। इनके निर्वासन की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अवैध अप्रवासियों को मानवीय सहायता प्रदान कर रही है और चिंताजनक स्थिति के बावजूद सरकार इस मामले को संवेदनशीलता के साथ संभाल रही है।

सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए सीएम सिंह ने कहा, “5457 अवैध प्रवासियों की हुई पहचान, बायोमेट्रिक रजिस्टर्ड। सरकार ने 7 मई 2024 तक मणिपुर के कामजोंग जिले में कुल 5457 अवैध अप्रवासियों का पता लगाया है। इनमें से 5173 अवैध अप्रवासियों का बायोमेट्रिक डेटा एकत्र किया गया है। उनके निर्वासन की प्रक्रिया चल रही है।”

बता दें कि पिछले सप्ताह 38 अवैध अप्रवासियों को मणिपुर से म्यांमार निर्वासित किया गया था। इस तरह 8 मार्च के बाद से निर्वासित किए गए म्यांमार के अवैध प्रवासियों की कुल संख्या 77 हो गई है। इस संबंध में मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने 2 मई 2024 को जानकारी दी थी।

उन्होंने कहा था, “…बिना किसी भेदभाव के हमने म्यांमार से आए अवैध प्रवासियों के निर्वासन का पहला चरण पूरा कर लिया है। इसके तहत 38 और प्रवासी आज मोरेह के माध्यम से मणिपुर, भारत छोड़ रहे हैं। पहले चरण में कुल 77 अवैध अप्रवासियों को निर्वासित किया गया है।”

उन्होंने आगे कहा था, “हैंडओवर समारोह के दौरान एक भारतीय नागरिक को भी म्यांमार से वापस लाया गया। राज्य सरकार अवैध अप्रवासियों की पहचान जारी रखे हुए है और साथ ही बायोमेट्रिक डेटा भी दर्ज किया जा रहा है। आइए अपनी सीमाओं और देश को सुरक्षित रखें।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -