Monday, November 18, 2024
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मंदिर से साईं की मूर्ति को उठाकर झाड़ियों में फेंका, रातोंरात मजार बनाकर लगा दिया हरे रंग का झंडा, तनाव के बाद पुलिस तैनात

लोगों का कहना है कि इस घटना को अराजक तत्वों की कारस्तानी बताकर मामले की गंभीरता को नजरअंदाज किया जा रहा है। उनका मानना है कि यह घटना को सोची-समझी रणनीति और एक साजिश के तहत अंजाम दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के महोबा में एक मंदिर के चबूतरे को रातों-रात मजार में बदलने का मामला सामने आया है। साईं बाबा की मूर्ति को हटाकर वहाँ रात में मजार बना दिया गया और उस पर मजहबी झंडा लगा दिया गया। इस हरकत के बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया है। हालात को देखते हुए पुलिस ने आनन-फानन में मजार को हटवाया और किसी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए फोर्स तैनात कर दिया है।

दरअसल, पनवाड़ी के बुड़ेरा ग्राम पंचायत के मजरा सिमरिया में नदी के पास साईं बाबा की एक मंदिर व प्राचीन चबूतरा है। इस पर साईं बाबा की मूर्ति लगी थी। रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार की रात अराजक तत्वों ने साईं बाबा की मूर्ति को वहाँ से उठाकर झाड़ियों में फेंक दिया और रात में ही मजार बना दिया। इसके साथ ही वहाँ पर हरे रँग का झंडा लगा दिया।

गुरुवार को ग्रामीण जब मंदिर पहुँचे, तब इस मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। लोगों ने घटना की शिकायत पुलिस से की और दोषियों के खिलाफ अविलंब और कड़ी कार्रवाई की माँग की। घटना की सूचना मिलते ही कुलपहाड़ की एसडीएम श्वेता पांडेय और पनवाड़ी के थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँच गए। वहीं, हालात को देखते हुए मंदिर के आसपास पुलिस फोर्स तैनात कर दिया है।

एसडीएम में मौजूदगी में मजार को हटवाया गया और मंदिर को फिर सफेद रँग से पुतवाया गया, तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। इसके बात लोगों ने मंदिर में साईं बाबा की मूर्ति की विधिवत स्थापना की। लोगों ने एसडीएम को इस घटना को लेकर शिकायत-पत्र भी दिया। वहीं, शाम को अपर एसपी आरके गौतम और एडीएम रामसुरेश वर्मा ने घटनास्थल का लिया और लोगों से पहले की ही भाँति पूजा-अर्चना जारी रखने की बात कही।

लोगों का कहना है कि इस घटना को अराजक तत्वों की कारस्तानी बताकर मामले की गंभीरता को नजरअंदाज किया जा रहा है। उनका मानना है कि यह घटना को सोची-समझी रणनीति और एक साजिश के तहत अंजाम दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस स्थान पर वर्षों से पूजा-पाठ होते आ रहा है, लेकिन रातों-रात मजार बना देना और हरे रँग से पुताई कर देना, किसी एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता है। इसे सामूहिक रूप से अंजाम दिया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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