हरियाणा के उदाका गाँव में एक सप्ताह पहले एक पक्ष द्वारा बेरहमी से पीटकर घायल किए गए वकील नवीन यादव की बुधवार (जुलाई 24, 2019) देर रात गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मौत हो गई। नवीन यादव की मौत से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। नवीन की मौत से बौखलाए गुरुग्राम कोर्ट के वकीलों ने गुरुवार (जुलाई 25, 2019) को राजीव चौक पर प्रदर्शन किया। वकीलों ने हत्यारों को जल्द पकड़ने की माँग की।
बार एसोसिएशन के सदस्यों ने अदालत परिसर में भी धरना प्रदर्शन किया और नवीन यादव के परिवार के लिए 1 करोड़ रुपए सहयोग के रूप में देने, उनके बच्चों को बालिग होने तक फ्री शिक्षा मुहैया करवाने और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी की माँग की। मृतक नवीन के परिजनों की माँग है कि मुकदमे को नूंह जिला अदालत की बजाय गुरुग्राम के फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर 3 महीने में केस का निपटारा कराया जाए। साथ ही जिन गाँव के पंचों की मौजूदगी में नवीन पर जानलेवा हमला हुआ, उन सभी पंचों के खिलाफ मुकदमा चलाने की माँग की है।
प्रदर्शन में सोहना बार एसोसिएशन के साथ नूंह व गुरुग्राम बार एसोसिएशन के सदस्यों के साथ हजारों की संख्या में हिंदू संगठनों से जुड़े लोग शामिल हुए। लोगों ने कड़ी शब्दों में घटना की निंदा करते हुए प्रदर्शन किया। करीब एक घंटे तक रोड जाम रहने से प्रशासन व पुलिस हरकत में आ गई। जाम खुलवाने के लिए मौके पर गुरुग्राम जिला अदालत के न्यायाधीश आरके सोंधी, एसडीएम नूंह प्रदीप अहलावत, डीएसपी नूंह धर्मबीर ने लोगों को उनकी माँगों को पूरा कराने का आश्वासन दिया। तब जाकर लोगों ने जाम हटाया।
इस मामले में नवीन के चाचा कुंदन की शिकायत पर तीन महिलाओं समेत 7 नामजद पर केस दर्ज किया था। जिसमें अख्तर, जैकम, साजिद को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं आरोपित सरजीना, मकसूदन, रुकसार, शेकुल अभी फरार है। वहीं, जाँच अधिकारी राजकुमार को लापरवाही बरतने के मामले में निलंबित कर दिया गया।
खबर के मुताबिक, 15 जुलाई, 2019 को ऊदाका गाँव में ममरेज के पुत्र जमशेद और रुस्तम के पुत्र अख्तर के बीच झगड़ा हुआ था। इसकी शिकायत लेकर रोजकामेव थाने जा रहे जमशेद ने रास्ते में एडवोकेट नवीन से लिफ्ट माँगी और फिर नवीन अपने काम से चले गए, वहीं जमशेद थाने में शिकायत देने के लिए रोजकामेव चला गया। इस मामले में अख्तर के परिवार ने नवीन पर आरोप लगाया कि उसने जमशेद के साथ मिलकर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज की है, जिसका परिणाम वो भुगतेगा। इसी विवाद को लेकर गाँव में 19 जुलाई को पंचायत हुई, जिसमें जमशेद और अख्तर के बीच समझौता हो गया। इस दौरान नवीन भी पंचायत में मौजूद था।
पंचायत खत्म होने के बाद जब नवीन अपने घर जा रहा था, तो इसी दौरान अख्तर की पत्नी मकसूदन व बेटी सरजीना ने अपनी छत से नवीन के सिर पर ईंट फेंक कर मारी, जिससे वह घायल हो गया। पहले से ही घात लगाए बैठे नसरूद्दीन के पुत्र जैकम ने नवीन को अपने घर में खींच लिया और वहाँ पर जैकम, अख्तर, साजिद, मकसूदन, सरजीना, सैकुल व रुजदार ने नवीन को बेरहमी से पीटा। जब नवीन को बचाने के लिए उसके चाचा कुंदन व परिवार की महिलाएँ वहाँ पहुँचीं, तो आरोपितों ने उनके साथ भी बेरहमी से मारपीट की। झगड़े की सूचना की सूचना मिलते ही गाँव के अन्य लोग वहाँ पहुँचे तो आरोपित, नवीन व उसके परिजनों को घायल अवस्था में छोड़कर फरार हो गए। ग्रामीणों ने घायलों को गुरुग्राम के एक मेदांता अस्पताल पहुँचाया।