राजस्थान से मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) का मामला सामने आया है। यह घटना अलवर के गोविंदगढ़ कस्बे की है। यहाँ रामबास गाँव में सब्जी का ठेला लगाने वाले चिरंजीलाल पर ट्रैक्टर चोरी का आरोप लगाकर समुदाय विशेष के 20-25 लोगों ने 14 अगस्त को बेरहमी से पीटा। इस घटना में 45 वर्षीय चिरंजीलाल गंभीर रूप से घायल हो गए। मामले की सूचना मिलते ही ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुँचे और इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। सोमवार (15 अगस्त 2022) को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इस घटना से गुस्साए पीड़ित परिवार ने 50 लाख का मुआवजा, एक सदस्य को नौकरी और आरोपितों की गिरफ्तारी की माँग की है। वहीं, घटना के विरोध में गोविंदगढ़ बाजार पूरी तरह से बंद रहा। सब्जी मंडी व्यापारियों ने भी कामकाज बंद कर रखा है।
इसको लेकर अभिषेक आचार्य कुलश्रेष्ठ ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, “राजस्थान पाकिस्तान बनता जा रहा है। आज अलवर जिले के गोविंदगढ़ में मुस्लिमों की भीड़ ने एक हिंदू को पीट-पीटकर मार डाला। जहाँ कॉन्ग्रेस की सरकार होती है, वहाँ हिंदुओं की मॉब लिंचिंग होती है। पूरे राजस्थान में हिंदू असुरक्षित है पर गहलोत जी कुर्सी बचाने में मस्त है।”
राजस्थान पाकिस्तान बनता जा रहा है आज अलवर जिले के गोविंदगढ़ में मुस्लिमों की भीड़ ने एक हिन्दू को पीट पीट कर मार डाला। जहाँ कांग्रेस की सरकार होती है वहाँ वहाँ हिन्दुओ की मॉब लिंचिंग होती है। पूरे राजस्थान में हिन्दू असुरक्षित है पर गहलोत जी कुर्सी बचाने में मस्त है।@blsanthosh pic.twitter.com/N0YyHxzFwg
— Abhishek Acharya Kulshrestha🇮🇳🚩 (@iAbhiAcharya) August 16, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अलवर के गोविंदगढ़ कस्बे के पास रामबास में चिरंजीलाल शौच के लिए खेत में गए थे। उसी दौरान अलवर के सदर थाना क्षेत्र से चोर एक ट्रैक्टर को चोरी करके आ रहे थे। पुलिस और ट्रैक्टर मालिक चोरों का पीछा कर रहे थे। चोर पुलिस और ट्रैक्टर मालिकों से अपने आपको घिरा देखकर ट्रैक्टर एक खेत में छोड़कर भाग गए।
इसी दौरान पुलिस से पहले ट्रैक्टर के मालिक वहाँ आ गए और खेत में शौच कर रहे चिरंजीलाल को चोर समझकर बेरहमी से पीटने लगे, जिससें वो गंभीर रूप से घायल हो गया। जब पुलिस मौके पर पहुँची उन्हें पता चला कि जिसे मालिकों ने मारा है वह चोर नहीं बल्कि रामबास का रहने वाला चिरंजीलाल था, जो शौच के लिए खेत में गया हुआ था।
बताया जा रहा है कि चिरंजी बेहद गरीब परिवार से था। उनके परिवार में कुल 11 सदस्य हैं। वह सब्जी का ठेला लगाकर अपने परिवार का पेट पालते थे। बिना किसी जानकारी के चिरंजी को उन लोगों ने बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई।
चिरंजीलाल की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने थाने का घेराव किया और आरोपितों को गिरफ्तार करने की माँग कर रहे हैं। मंगलवार (16 अगस्त 2022) सुबह आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने रामगढ़-गोविंदगढ़ रोड जाम कर दिया। चिरंजीलाल के बेटे योगेश का कहना कि पुलिस प्रशासन ने आरोपितों पर कार्रवाई करने की बजाय उन्हें छोड़ दिया है। परिवार ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है और अपनी माँग पर अड़े हैं।