उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में 50 साल के मोहम्मद उस्मान ने 30 साल की अपनी विवाहिता बहन जमीला बानो की कुल्हाड़ी से गला काटकर हत्या कर दी। उस्मान अपनी बहन के चरित्र पर शक करता था। उसकी बहन अपने शौहर से होकर मायके में ही रहती थी। घटना को अंजाम देने के बाद उस्मान थाने पहुँचा और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
सफदरगंज थाना के नई बस्ती मोहल्ले में शुक्रवार (28 जून 2024) की सुबह को उस्मान ने इस घटना को अंजाम दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके साथ ही पास पड़ी खून से सनी कुल्हाड़ी को भी अपने कब्जे में ले लिया। एसपी दिनेश सिंह ने घटनास्थल का मुआयना किया।
पुलिस आरोपित उस्मान और उसकी अम्मी से पूछताछ कर रही है। जमीला की अम्मी जोहरा का कहना है कि वह शुक्रवार (28 जून 2024) की सुबह सोकर उठी तो कमरे में जमीला का खून से लथपथ शव देखा। इसके बाद वह जोर-जोर से रोने लगी। चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए। उधर, उस्मान थाने चला गया।
जमीला बानो का निकाह करीब ढाई वर्ष पूर्व मसौली थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर गाँव के रहने वाले मोहम्मद आसिफ के साथ हुआ था। जमीला लगभग 3 महीने पहले अपने मायके आकर रहने लगी थी। उस्मान को शक था कि उसकी बहन का किसी अन्य युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा है। उसने सोती हुई अपनी बहन पर कुल्हाड़ी से गर्दन काटकर उसकी हत्या कर दी।
आसपास को लोगों का कहना है कि मोहम्मद उस्मान को अपनी बहन को लेकर कई बातों का शक था। उस्मान उसे चरित्रहीन समझता था और मानता था कि उसका किसी के साथ अवैध संबंध है। दो दिन पहले मोहम्मद आसिफ अपनी बीवी जमीला को साथ ले जाने के लिए ससुराल भी आया था, लेकिन वह उसके साथ नहीं गई। इसके बाद से उस्मान का शक पुख्ता हो गया।
संबंधित मामले में प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह सफदरगंज का कहना है कि हत्या का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। शुरुआती जांच में बहन के कैरेक्टर पर शक करने की बात सामने आ रही है। आरोपित मोहम्मद उस्मान व उसकी माँ जोहरा से पूछताछ की जा रही है। वहीं, फरेंसिक और डॉग स्क्वायड टीम के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया है।