Monday, December 23, 2024
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8,000 फ़ीट की ऊँचाई, रेंग कर जाने का रास्ता: कश्मीर की पहाड़ियों में छिपता था 30 साल से फरार और ₹20 लाख का इनामी आतंकी जहाँगीर

गुफा की बनावट सामरिक दृष्टि से भी काफी जटिल है। किसी समय सुरक्षा बलों से घिर जाने के बाद वहाँ से पोजिशन लेकर काफी देर तक हमले किए जा सकते हैं। गुफा तक पहुँचने के लिए रास्ता भी काफी संकरा और घुमावदार है। गुफा की दूसरी तरफ भी हवा आने-जाने के लिए दरवाजानुमा एक छोटी-सी संरचना है।

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी ठिकाने को ध्वस्त किया है। मंगलवार (5 सितंबर 2023) को पुलिस, सेना और CRPF की सामूहिक टीम ने हिजबुल मुजाहीदीन के आतंकी जहाँगीर मोहम्मद अमीन उर्फ जहाँगीर सरूरी के ठिकाने को खोज निकाला। जहाँगाीर सरूरी भारत का मोस्ट वॉन्टेड आतंकी है और वह पिछले 30 सालों से फरार चल रहा है।

आतंकी जहाँगीर जहाँ छिप कर रहता था, वह जगह समुद्र तल से लगभग 8,000 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित है। इस ठिकाने से सुरक्षाबलों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े, कंबल, खाने-पीने के सामान के साथ रोजमर्रा की जरूरतों वाले कुछ सामान बरामद किए हैं। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

टाइम्स नाउ ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में उस पहाड़ी को दिखाया है, जहाँ आतंकी जहाँगीर छिपा करता था। यह गुफा किश्तवाड़ के भदत सरूर क्षेत्र में परीबाग इलाके में मिली है। गुफानुमा इस जगह में हालातों के हिसाब से 6 से 7 लोगों के एक साथ रहने लायक जगह है। पत्थरों की इस प्राकृतिक गुफा में घुसने या बाहर निकलने के लिए बेहद संकरा रास्ता है।

गुफा की बनावट सामरिक दृष्टि से भी काफी जटिल है। किसी समय सुरक्षा बलों से घिर जाने के बाद वहाँ से पोजिशन लेकर काफी देर तक हमले किए जा सकते हैं। गुफा तक पहुँचने के लिए रास्ता भी काफी संकरा और घुमावदार है। गुफा की दूसरी तरफ भी हवा आने-जाने के लिए दरवाजानुमा एक छोटी-सी संरचना है।

बताया जा रहा है कि आतंकी जहाँगीर सरूरी पिछले कुछ महीनों से यही छिपा था। यहीं से वह आने वाले चुनावों में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहा था। उसके निशाने पर सैनिकों के साथ आम नागरिक भी थे। बताया जा रहा है कि इस इलाके से कई बार सुरक्षा बलों के जवान गुजरे थे, लेकिन उन्हें वहाँ आतंकी के छिपे होने का शक नहीं हुआ।

मंगलवार 5 सितंबर 2023 को सुरक्षा बलों को यहाँ एक आतंकी के छिपने की जानकारी मिली थी। इलाके को जब तक घेरा गया, तब तक आतंकी फरार हो चुका था। इलाके को घेर लिया गया है और सघन तलाशी अभियान जारी है। इस इलाके में कई अन्य ऐसी प्राकृतिक गुफाएँ हैं। सुरक्षाबल उनकी भी तलाशी ले रहे हैं।

बताते चलें कि प्रतिबंधित संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का जहाँगीर सरूरी फिलहाल भारत के टॉपमोस्ट आतंकियों की लिस्ट में शामिल है। वह पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी (ISI) के इशारे पर लगभग 3 दशक से भारत में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। जहाँगीर कश्मीर के युवाओं को कट्टरपंथ का पाठ भी पढ़ाता है। उस पर 20 लाख रुपए का इनाम भी घोषित है।

सरूरी 1990 के दशक की शुरुआत में आतंकवाद के रास्ते पर चला था। माना जाता है कि वह किश्तवाड़ जिले के ऊँचाई वाले इलाकों में छिपा है। सरूरी के भाई अब्दुल करीम बट को 3 अगस्त 2023 को आतंकवादियों का सहयोग करने के कारण सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत हिरासत में लिया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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