झारखंड के राँची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र के पिपराटोली में रेखा तिग्गा नामक महिला और उसकी बेटी प्रियांशी तिग्गा की हत्या मामले में पुलिस ने शमीम अंसारी को गिरफ्तार किया। अंसारी को पिठोरिया थाना क्षेत्र के कोकदोरो स्थित उसके ससुराल से उठाया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शमीम से पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार लिया। उसने बताया कि वह शादीशुदा है और ये बात रेखा भी जानती थी। मगर इसके बावजूद वो शमीम पर अपने साथ रहने के लिए दबाव बनाती थी। जिसके कारण दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था।
रातू थाना क्षेत्र के हुरहुरी गाँव के रहने वाले शमीम के मुताबिक रेखा के पति की मौत हो चुकी थी, जिसके बाद उसे पैसे भी मिले थे। लेकिन शमीम जब भी उससे पैसे माँगता था तो वह उसे मना कर देती थी। जिससे शमीम को दिक्कत होती। ऐसे में 21 अगस्त 2019 की रात रेखा को अपनी बेटी के साथ कमरे में सोता देख, उसने दोनों को मारने का फैसला किया।
पहले उसने रेखा का गला घोंटकर उसकी हत्या की। बाद में जब बच्ची ये सब देखकर रोने लगी, तो उसने उसे भी मार दिया। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए उसने दोनों के शव को टंकी में डाल दिया और फिर शव को जल्दी सड़ाने के लिए टंकी में सोडा-नमक भी डाल दिया। अगले दिन उसने मकान मालिक को दोनों माँ-बेटी के गायब होने की जानकारी दी और उन्हें तलाश करने के नाम पर वहाँ से भाग गया।
बाद में टंकी से बरामद हुए कपड़े और चप्पल के आधार पर दोनों की पहचान हुई। जिसके बाद मृतका के भाई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई और शमीम पर हत्या को अंजाम देने की शंका जाहिर की। मृतका के भाई ने बताया कि उसकी बहन रेखा तिग्गी अपने पति की मौत के बाद शमीम के साथ रहने लगी थी। वो पेशे से रेजा थी और शमीम राजमिस्त्री था। प्रभात खबर की रिपोर्ट के अनुसार 2 सितंबर को पुलिस ने अपनी जाँच में आवासीय परिसर में निर्मित वाटर हार्वेस्टिंग के लिए बनाई गई टंकी से सड़ी-गली अवस्था में बरामद किया था।