मध्य प्रदेश की आतंकवाद निरोधक दस्ते (MP ATS) ने खंडवा जिले से इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकी फैजान शेख को गिरफ्तार किया है। आतंकी फैजान शेख मध्य प्रदेश में लोन वुल्फ अटैक की साजिश रच रहा था। इंडियन मुजाहिदीन के इस आतंकी के निशाने पर सुरक्षाबल के जवान भी थे। आतंकी फैजान के पास से भारी मात्रा में हथियार मिले हैं, इसके अलावा जिहादी साहित्य भी मिले हैं। आतंकी के मोबाइल से ATS को कई आतंकी संगठनों के संपर्क में होने से सबूत मिले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फैजान शेख इंडियन मुजाहिदीन ( Terror outfit Indian Mujahiddin ) के कुख्यात आतंकी यासीन और उसके भाई रियाज भटकल को अपना हीरो मानता था। वो सिमी के सरगना रहे अबूल फैजल से भी खूब प्रभावित था और इन्हीं आतंकियों की तरह आतंक की राह पर चलना चाहता था। फैजान शेख भटकल से इस तरह प्रेरित था कि कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के भटकल कस्बे में रहने वाले यासीन और रियाज के घर भी जा चुका है। यही नहीं, वो सिमी से जुड़े आतंकी रकीब कुरैशी का भी खास था और उससे मिलने कोलकाता की जेल भी जा चुका था। एनआईए की टीम मई 2023 में जब आतंकी नेटवर्क की छानबीन करने पहुँची थी, तब भी फैजान से पूछताछ की गई थी। इसके बाद से उस पर लगातार नजर रखी जा रही थी।
लोन वुल्फ अटैक करना चाहता था फैजान, बनना था बड़ा मुजाहिद
जानकारी के मुताबिक, एमपी एटीएस ने खंडवा के कंजर मोहल्ला से फैजान शेख को पकड़ा और उसके ठिकाने पर छापेमारी कर हथियार भी बरामद किए। फैजान के पास 4 मोबाइल भी मिले हैं, जिनके जरिए वो आतंकी संगठन के लिए युवाओं का ब्रेन वॉश भी कर रहा था। उसके पास से इंडियन मुजाहिद्दीन, आईएसआई, सिमी और अन्य आतंकी संगठनों से जुड़े साहित्य भी मिले हैं। यही नहीं, आतंकी संगठन सिमी के लिए भर्ती करने वाले मेंबरशिप फॉर्म भी उसके पास से मिले हैं। फैजान के पास से एक पिस्टल और 5 कारतूस भी मिले हैं। ATS की पूछताछ में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी फैजान शेख ने कबूल किया है कि उसके निशाने पर सुरक्षाबल थे। कुछ सुरक्षाबलों के घर और परिजनों की फैजान रेकी भी कर चुका था। उसे बस एक मौके का इंतजार था। आतंकी फैजान ने कबूल किया है, कि वो खूंखार आतंकी अबू फैजल से प्रभावित था और वो उससे भी बड़ा मुजाहिद बनना चाहता था।
एटीएस के महानिरीक्षक (IG) आशीष ने बताया कि शुरुआती जाँच में पता चला है कि वो लोन वुल्फ अटैक यानी अकेले हमले की योजना बना रहा था, इसके लिए वो कश्मीर से दिल्ली तक आर्मी कैंट इलाकों की 14 बार रेकी भी कर चुका था। उसके निशाने पर सुरक्षाकर्मी थे। जानकारी के मुताबिक, कुल 7 भाई बहनों में फैजान सबसे कम 8वीं तक पढ़ा लिखा है। सिमी, आईएसआईएस से जुड़े खंडवा के ही रकीब की गिरफ्तारी के समय एसटीएफ टीम का उसने विरोध किया था। रकीब फिलहाल कोलकाता की जेल में बंद है। उससे मिलने फैजान कुछ महीने पहले वहां भी गया था। फैजान को ‘हीरो’ बनने और ‘फेमस’ होने की सनक थी। इतना ही नहीं एटीएस की टीम जब उसे गिरफ्तार करने आई तो वो खुश हो गया था, उसे लगा कि अब मेरा नाम भी लोग जानने लगेंगे।
आतंकी फैजान अपनी फेसबुक आईडी पर इंडियन मुजाहिदीन से संबंधित जिहादी पोस्ट कर आईएम व आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार कर रहा था। वो पाकिस्तान में चल रहे मुजाहिदीन ट्रेनिंग कैंप की वीडियो, मसूद अजहर (जैश-ए-मोहम्मद) लश्कर-ए-तैयबा की तकरीर पोस्ट करते हुए कंधार विमान अपहरण की कहानी तथा मुल्ला उमर के बयान एवं अंसार गजवा-तुल-हिंद (एजीएच) से संबंधित पोस्ट भी शेयर करता था।
बता दें कि 31 अक्टूबर, 2016 को जेल से भागने के बाद भोपाल के बाहरी इलाके में एनकाउंटर में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा मारे गए 8 सिमी आतंकवादियों में से पाँच खंडवा के रहने वाले थे। फैजान इस एनकाउंटर का बदला लेना चाहता था। वह लोन वुल्फ अटैक करके खुद को इंडियन मुजाहिदीन के यासीन भटकल एवं सिमी सरगना अबू फैजल की तरह बड़ा मुजाहिद साबित करना चाहता था। अपनी योजना को अंजाम देने के लिए वो द्वारा स्थानीय अवैध हथियार कारोबारी तथा राज्य के बाहर के लोगों से संपर्क करके पिस्टल एवं कारतूस इकट्ठा कर रहा था, जिसमें वो आँशिक तौर पर सफल भी रहा था।