Friday, November 15, 2024
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‘मुस्लिम को पीटा, पैर चाटने को मजबूर किया’: एक बार फिर झूठ फैलाता पकड़ाया मोहम्मद जुबैर, जिसे पीड़ित बता रहा उसने भी की थी मारपीट

प्रोपगैंडा वेबसाइट ALTNews के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर (Mohammad Zubair) झूठ फैलाकर लोगों को भड़काने के लिए कुख्यात है। नूपुर शर्मा मामले में किस तरह मामले को तूल दिया और उसके कारण कन्हैया लाल जैसे लोगों की गला काट दी गई, इसे पूरी दुनिया में देखी।

प्रोपगैंडा वेबसाइट ALTNews के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर (Mohammad Zubair) झूठ फैलाकर लोगों को भड़काने के लिए कुख्यात है। नूपुर शर्मा मामले में किस तरह मामले को तूल दिया और उसके कारण कन्हैया लाल जैसे लोगों की गला काट दी गई, इसे पूरी दुनिया में देखी। अब एक आपराधिक मामले को वह सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहा है।

पुलिस द्वारा मामले में बयान देने के बावजूद अपने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर झूठ फैला रहा है और दो समुदायों के बीच आग लगाकर एक बार फिर से अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहा है। इसको लेकर सोशल मीडिया जुबैर की जमकर आलोचना हो रही है और पुलिस से हस्तक्षेप करने की माँग की जा रही है।

दरअसल, मोहम्मद जुबैर ने शनिवार (8 जुलाई 2023) को एक वीडियो ट्वीट किया। वीडियो को ट्वीट करते हुए जुबैर ने लिखा, “मध्य प्रदेश के ग्वालियर का वीडियो। इसमें गोलू गुर्जर और उसके दोस्तों को मोहसिन को चप्पलों से पीटते हुए और गाली देते हुए पैरों को चाटने के लिए विवश करते हुए देखा जा सकता है।”

इस वीडियो को मोहम्मद जुबैर ने 8 जुलाई की सुबह 11:42 बजे पोस्ट किया था। इस वीडियो को 13 लाख लोगों ने देखा और 16.5 हजार लोगों ने लाइक किया। इसके बाद ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक ने 2:25 पर प्रतिक्रिया दी। इस प्रतिक्रिया को मोहम्मद जुबैर ने 3:56 बजे शेयर किया।

ग्वालियर एसपी ने पुलिस का जो बयान शेयर किया, उसमें लिखा है कि वायरल वीडियो का पुलिस ने संज्ञान लिया, जिसमें 4 चार लोग 2 लोगों के साथ कार में मारपीट कर रहे हैं। पुलिस ने चारों युवकों के खिलाफ अपहरण और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि इनमें से दो आरोपितों को पकड़ लिया गया है और बाकी दो आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम को लगाया गया है। जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें मुख्य आरोपित भी शामिल है।

इसके बाद पुलिस ने आगे कहा, “वायरल वीडियो में देख रहे पीड़ित व उसके साथियों द्वारा पूर्व में दिनांक 21 मई 2023 को थाना डबरा क्षेत्र में आरोपितों के साथ मारपीट की गई थी, जिसमें थाना डबरा में अपराध पंजीबद्ध कर चालानी कार्यवाही की गई है।”

ग्वालियर एसपी के ट्वीट को शेयर करते हुए मोहम्मद जुबैर ने पुलिस के बयान को तोड़मरोड़ कर परोस दिया और एक बार फिर झूठ फैला दिया। मोहम्मद जुबैर ने लिखा, “अपडेट: 4 में 2 को गिरफ्तार कर लिया गया। वायरल वीडियो में दिख रहे पीड़ित (यानी मोहसिन) को आरोपितों ने पहले भी (21 जुलाई 2023) प्रताड़ित किया था।”

मोहम्मद जुबैर ने पुलिस के बयान से उलट, पूरी तरह से झूठ फैलाया है। पुलिस ने कहा कि वायरल वीडियो में देख रहे पीड़ित व उसके साथियों (यानी मोहसिन और उसके साथियों) ने 21 मई 2023 को थाना डबरा क्षेत्र में आरोपितों (गोलू गुर्जर और उसके साथी) से मारपीट की थी।

पुलिस के बयान से साफ है कि यह मामला पूरी तरह मारपीट का है। पहले मोहसिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर गोलू गुर्जर और उसके साथियों को मारा और बाद में गोलू गुर्जर को मौका मिला तो उसने मोहसिन के साथ मारपीट की। मारपीट की साधारण घटना को जुबैर ने सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की और वह भी झूठ बोलकर।

हालाँकि, ये ट्वीट अब जुबैर के हैंडल पर मौजूद नहीं हैं, लेकिन उसके द्वारा फैलाए गए झूठ को 51 हजार से अधिक लोग देख चुके थे और 170 लोग रिट्वीट भी कर चुके थे। इस मामले को विजय पटेल नाम के पत्रकार ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी उठाया है।

विजय पटेल ने लिखा, “मोहम्मद जुबैर ने कितनी चतुराई से प्रोपगैंडा फैलाने में जुटा है। जब पुलिस ने स्पष्ट किया कि मामला व्यक्तिगत दुश्मनी का था और पीड़ित मोहसिन ने 21 मई को आरोपित गोलू की पिटाई की थी तो बेशर्म जुबैर ने अपना सांप्रदायिक ट्वीट हटाने के बजाय सिर्फ एक अपडेट पोस्ट किया। उसके पहले के ट्वीट के बाद कई लोग अभी भी उस वीडियो को सांप्रदायिक एंगल देकर शेयर कर रहे हैं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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