भड़काऊ भाषण देने के आरोप में गुजरात में कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे मुफ्ती सलमान अज़हरी को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। कच्छ की भचाऊ कोर्ट से जमानत मिलने के 24 घंटे के अंदर मोडासा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अजहरी के खिलाफ मोडासा टाउन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। अजहरी को कोर्ट 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है।
कच्छ में जमानत मिलते ही पुलिस ने अज़हरी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और 10 दिन की रिमांड माँगी। हालाँकि, दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने 5 दिन की रिमांड दी। अज़हरी की रिमांड की माँग करते हुए पुलिस ने अदालत के सामने लगभग 10 अलग-अलग मुद्दे पेश किए। पुलिस ने कहा कि वह भड़काऊ भाषण के अलावा मुफ्ती के ट्रस्ट को फंडिंग जैसे मामलों की भी जाँच करेगी। अब 17 फरवरी को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दरअसल, मुफ्ती सलमान अज़हरी ने 24 दिसंबर 2023 को मोडासा में भड़काऊ भाषण दिया था। इसको लेकर पुलिस ने मामला दर्ज किया था। अजहरी के खिलाफ अत्याचार की धारा भी जोड़ी गई है। इस मामले में पुलिस खुद अभियोजक है। आरोपितों में मुफ्ती सलमान अजहरी के अलावा सभा का आयोजक इशाक भी शामिल है। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है।
इससे पहले सलमान अजहरी के खिलाफ जूनागढ़ और कच्छ में मामला दर्ज किया गया था। जूनागढ़ कोर्ट से जमानत मिलने के बाद कच्छ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर भचाऊ कोर्ट में पेश किया। भचाऊ की अदालत ने रविवार (11 फरवरी) को अजहरी को सशर्त जमानत दी थी। इसके बाद अब अरावली पुलिस उसे मोडासा टाउन पुलिस स्टेशन ले गई। बाद में पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया।
बता दें कि मुफ्ती सलमान अज़हरी ने 31 जनवरी 2024 को जूनागढ़ में भी एक भड़काऊ भाषण दिया था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें उसने कई आपत्तिजनक बातें कही थीं। उसने हिंदुओं की तुलना कुत्ते से की थी। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया और जूनागढ़ बी डिवीजन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया।
अपराध दर्ज होने के बाद गुजरात एटीएस सलमान अजहरी को गिरफ्तार करने मुंबई पहुँची थी। इस दौरान अजहरी के समर्थकों के सड़कें जाम करके बवाल कर दिया था। हालाँकि, बाद में घाटकोपर स्थित अजहरी के घर से उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद अजहरी को जूनागढ़ लाया गया था। उसके बाद कोर्ट में पेशी हुई थी। पेशी के दौरान कोर्ट ने अजहरी को 1 दिन की रिमांड भेजा था।
इस मामले में दोबारा पेशी पर कोर्ट ने उसे जमानत दे दी थी। चूँकि अजहरी के खिलाफ कच्छ में भी मामला दर्ज किया गया था, इसलिए बाद में कच्छ पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले गई। भचाऊ कोर्ट ने अजहरी की तीन दिन की रिमांड भी मंजूर कर ली। बाद में इसमें भी जमानत दे दी गई। अब मोडासा मामले में मोडासा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। उधर, गुजरात एटीएस इस बात की जाँच कर रही है कि उसके द्वारा संचालित ट्रस्ट को फंड कहाँ से मिलता है और इसका कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं है।