उत्तर प्रदेश में बाहुबलियों की लंबी फेहरिस्त है, जिनका बीते दशकों में राज्य के भीतर काफी खौफ़ रहा है लेकिन योगी सरकार में हालातों में काफी बदलाव हुआ है। अपराधियों की गिरफ्तारी से लेकर बाहुबलियों के अवैध निर्माण, योगी सरकार की इन सभी पर कार्रवाई जारी है। हाल ही में अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी समेत कई बाहुबलियों के उत्तर प्रदेश में स्थित कई अवैध निर्माण ढहाए गए। इस कार्रवाई के प्रभाव से उपजा भय सामाजिक राजनीतिक गलियारों में स्पष्ट रूप से नज़र आ रहा है। विधायक मुख्तार अंसारी के नज़दीकी मोहम्मद आज़म ने अपना अवैध निर्माण खुद ही ध्वस्त करना शुरू कर दिया है।
पिछले कुछ समय में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसार के कई अवैध निर्माण ढहाए गए, जो कि प्रदेश के अलग-अलग शहरों में स्थित थे। अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई के तहत उत्तर प्रदेश के गाजीपुर स्थित रोजा क्षेत्र में डॉक्टर मोहम्मद आज़म के होटल पर भी कार्रवाई होनी थी। इस निर्माण के साथ खामी यह थी कि इसे मास्टर प्लान द्वारा तय मानक के आधार पर नहीं बनाया जा रहा था।
इस बात की जानकारी मिलते ही मास्टर प्लान के अधिकारियों ने 2 दिन पहले इस अवैध निर्माण के संबंध में निर्देश जारी किया था। इसके बाद उन्होंने इस निर्माण के अवैध हिस्से को एक हफ्ते में गिराने का आदेश दिया था। साथ ही यह भी कहा था कि ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। इसके बाद मोहम्मद आज़म ने खुद ही अपने अवैध निर्माण को नष्ट करना शुरू कर दिया।
केवल यही नहीं, इसके अलावा भी गाजीपुर जिला प्रशासन ने कई अन्य जगहों पर कार्रवाई की। गाजीपुर स्थित हमीद सेतु के नज़दीक निर्मित शम्मे हुसैनी अस्पताल पर भी प्रशासन ने बुलडोजर चलवाया। एडीएम की अगुवाई में हुई इस कार्रवाई के तहत 24 अक्टूबर को शम्मे हुसैनी अस्पताल गिराया गया था, इस अस्पताल के मालिक डॉ. आजम सिद्दीकी और डॉ. साजिद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी माने जाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ इस अस्पताल को लगभग 40 से 50 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था। कुछ समय बाद उच्च न्यायालय ने इस कार्रवाई पर स्टे का आदेश भी जारी किया था लेकिन तब तक अस्पताल का 80 फ़ीसदी हिस्सा गिराया जा चुका था।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार माफ़ियाओं और बाहुबलियों पर कार्रवाई को लेकर काफी सक्रिय रही है। सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन क्लीन’ और ‘ऑपरेशन नेस्तनाबूद’ चलाया जा रहा है, इसके तहत मुख्तार अंसारी के प्रदेश भर में स्थित अवैध निर्माण गिराए जा रहे हैं। इसके अलावा पिछले 4 महीनों से मुख्तार अंसारी की गैंग से जुड़े लोगों पर प्रशासन की कार्रवाई जारी है।