Sunday, November 17, 2024
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मुख़्तार अंसारी के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा की लखनऊ कोर्ट में हत्या: कृष्णानंद और ब्रह्मदत्त हत्याकांड में आया था नाम, वकील के वेश में था हमलावर

जीवा की पत्नी पायल साल 2017 में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) से विधानसभा का चुनाव भी लड़ी थीं। हालाँकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। जीवा की पत्नी ने साल 2021 में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिख कर अपने पति की हत्या की आशंका जताई थी।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार (7 जून 2023) को गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा की गोली मार कर हत्या कर दी गई। पुलिस अभिरक्षा में कोर्ट में पेशी के लिए आए जीवा को वकील के वेश में आए हमलावर ने गोली मार दी। जीवा को बूलेटप्रूफ जैकेट में कोर्ट लाया जाता था, लेकिन इस बार उसने गर्मी के कारण जैकेट पहनने से मना कर दिया था।

हमलावर जौनपुर निवासी विजय यादव बताया जा रहा है। कहा जाता है कि मृतक जीवा माफिया मुख़्तार अंसारी का शूटर था। उसका नाम भाजपा नेता कृष्णानंद राय और ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में भी आया था। फ़िलहाल जीवा उम्रकैद की सजा काट रहा था। घटना के लखनऊ के कैसरबाग कोर्ट की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा लखनऊ जेल में बंद था। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी टॉप-10 गैंगस्टरों की लिस्ट में भी उसका नाम था। बुधवार को पुलिस कस्टडी में जीवा को लखनऊ कोर्ट में पेशी पर लाया गया था। इसी दौरान वकील के ड्रेस में आए शूटर ने जीवा पर ताबड़तोड़ गोलियाँ बरसानी शुरू कर दी।

जीवा को बचाने के चक्कर में एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगी है। गैंगस्टर गोली लगने के बाद जीवा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जीवा को 5 से अधिक गोलियाँ लगी हैं। जीवा की हत्या के बाद वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

गोलीबारी की चपेट में पास से गुजर रही एक बच्ची भी आई है। बच्ची को भी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घायल पुलिसकर्मी और बच्ची की हालत स्थिर बताई जा रही है। जीवा की हत्या करने वाले शूटर विजय यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

विजय यादव मूल रूप से जौनपुर के केराकत क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है। पुलिस उससे हत्या के कारणों के बारे में पूछताछ कर रही है। शूटर की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस से हुई जद्दोजहद का वीडियो भी सामने आया है।

गौरतलब है कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के रहने वाले जीवा को उत्तर प्रदेश के टॉप 10 गैंगस्टरों में गिना जाता था। जिस कृष्णानंद राय हत्याकांड में मुख़्तार अंसारी और उसके भाई अफजाल को सजा हुई है, उस हत्याकांड में जीवा और मुन्ना बजरंगी ने मुख्य शूटर की भूमिका निभाई थी।

मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में पहले ही हत्या हो चुकी है। इसके अलावा 10 फरवरी 1997 को फर्रुखाबाद में हुई भाजपा नेता और पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में भी जीवा का नाम मुख्य शूटर के तौर पर आया था।

पुलिस रिकार्ड में जीवा पर कुल 22 केस दर्ज थे, जिनमें से 17 मामलों में वह बरी हो चुका था। उसके गैंग में 35 एक्टिव मेंबर्स थे। उस पर जेल से ही गैंग ऑपरेट करने का आरोप है। जीवा सहित 4 आरोपितों को साल 2017 में कारोबारी अमित दीक्षित की हत्या में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।

जीवा की पत्नी पायल साल 2017 में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) से विधानसभा का चुनाव भी लड़ी थीं। हालाँकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। जीवा की पत्नी ने साल 2021 में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिख कर अपने पति की हत्या की आशंका जताई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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