मुंबई के अँधेरी में पुलिस ने 50 वर्षीय यूसुफ़ शेख़ को एक सात साल की बच्ची का अपहरण करने और उससे भीख मँगवाने के आरोप में गिरफ़्तार किया है। जानकारी के अनुसार, बच्ची ने पिछले तीन महींने में 5,000 रुपए की भीख माँगी। पुलिस ने बताया कि वो नाबालिग बच्ची को मेडिकल जाँच के लिए भेज रहे हैं जिससे यह पता चल सके कि शेख ने कहीं उसका यौन उत्पीड़न तो नहीं किया।
दरअसल, बच्ची का अपहरण उस समय हुआ जब वो रेलवे स्टेशन के पास सड़क किनारे खेल रही थी। उसके माता-पिता, जो बेघर हैं और सड़क के किनारे रहते हैं, उन्होंने अपनी बेटी की काफ़ी तलाश की, लेकिन जब वो नहीं मिली तो उन्होंने थाने में बच्ची के लापता होने की शिक़ायत दर्ज कराई।
पुलिस अधिकारी ने बताया,
“एक सतर्क नागरिक, मनीष रमेश पगार, जो एक कॉर्पोरेट के साथ कार्यरत है, उन्होंने जब सोशल मीडिया पर हमारे द्वारा पोस्ट की गई लड़की की फोटो देखी, तो हमें उस बच्ची के लापता होने के बारे में सूचित किया। पगार की जानकारी से हमें बच्चे को ट्रैक करने में मदद मिली।”
रविवार (11 अगस्त) को, मुंबई पुलिस ने ट्वीट किया, “अंधेरी पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर अनिल गायकवाड़ और उनकी टीम ने एक सतर्क नागरिक मनीष रमेश पगार की मदद से एक छोटी बच्ची के अपहरण का मामला सुलझाया। वरिष्ठ निरीक्षक लालसाहेब शेट्टी ने उनके बहुमूल्य सहयोग (सूचना देने) के लिए पगार का सम्मान किया।”
ख़बर के अनुसार, अजमेर और राजस्थान में आरोपियों की तलाश में कोई सुराग न मिल पाने की स्थिति में अँधेरी पुलिस ने बच्ची की फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी। पुलिस ने कहा, “मनीष पगार ने बच्ची को देखा था। टिप-ऑफ ने हमें प्रभादेवी से बच्ची को ट्रैक करने में मदद की, जहाँ शेख उससे भीख मँगवाता था।” पुलिस ने बताया कि शेख पर भारतीय दंड संहिता के तहत अपहरण और भीख मँगवाने के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।