मुंबई के दादर में आभूषण चोरी करने के आरोप में एक 34 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उसकी पहचान बलवंत सुदामा गुप्ता के तौर पर हुई है। आरोपित ने ज्वेलर्स के ऑफिस से आभूषण चोरी करने के दौरान बुर्का पहन रखा था। आरोपित ने 8 किलोग्राम चाँदी के आभूषण और 5.35 लाख रुपए नकद चोरी किया था।
दादर पुलिस ने लोअर परेल क्षेत्र से पनवेल तक लगभग 130 से 140 सीसीटीवी कैमरे खँगालने के बाद आरोपित को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि गुप्ता अपनी पत्नी और ससुराल वालों के साथ पनवेल में रहता है। उसने पिछले साल नवंबर में भी इसी तरह से 5 लाख रुपए की चोरी की थी और वह इस मामले में वॉन्टेड था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुप्ता पेशे से इलेक्ट्रीशियन है और लॉकडाउन के दौरान उसकी नौकरी चली गई थी। उसे अपने पिता के इलाज के लिए पैसे की जरूरत थी। वह कैंसर के मरीज हैं।
पुलिस के मुताबिक, गुप्ता करीब एक महीने पहले दादर के प्रभादेवी स्थित नमन मिडटाउन बिल्डिंग में काम के सिलसिले में आया था। इमारत से जाते समय उसने 14वीं मंजिल पर एक ज्वेलर्स का ऑफिस देखा। तभी उसके दिमाग में चोरी का आइडिया आया। इसके बाद उसने इस जगह की रेकी करना शुरू दिया।
जानकारी के मुताबिक आरोपित ने चोरी की इस वारदात को 29-30 जनवरी के दरम्यान अंजाम दिया। इस दौरान शनिवार और रविवार होने की वजह से छुट्टी थी। 31 जनवरी को जब कर्मचारी ऑफिस पहुँचे तो उन्हें चोरी के बारे में पता चला। इसके बाद FIR दर्ज करवाई गई।
पुलिस ने बताया कि आरोपित गुप्ता बुर्का पहनकर शौचालय से दुकान में दाखिल हुआ था। इस दौरान उसकी नजर सीसीटीवी पर पड़ी। उसकी हरकतें कैद न हो जाए, इसलिए उसने उसके लेंस को दीवार की तरफ घुमा दिया। हालाँकि ऑफिस में लगे दूसरे सीसीटीवी पर उसकी नजर नहीं पड़ी और उसकी हरकतें उसमें कैद हो गईं। इसमें उसे बोरी लेकर जाते हुए देखा गया। यहीं से पुलिस को पहला सुराग मिला। पुलिस ने बताया कि बुर्के में होने की वजह से आरोपित का चेहरा नहीं दिख रहा था, लेकिन फिर उन्होंने उसके जूते पर ध्यान दिया, जो ट्रेकिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आरोपित को ट्रैक करने के लिए पुलिस को 140 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को स्कैन करना पड़ा। संदिग्ध ट्रेन, ऑटो और टैक्सी से पनवेल से दादर तक आया था।
चोरी के दौरान वह दो जोड़ी कपड़े और एक बुर्का बदलने के लिए वह साथ ले गया था, लेकिन ट्रेकिंग शूज़ ने उसका राज खोल दिया। 29 जनवरी को जेवर और नकदी चोरी करने के बाद गुप्ता को महसूस हुआ कि वह ऑफिस के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों के वीडियो स्टोरेज डिवाइस (DVR) को हटाना भूल गया है। इसके बाद वह अगले दिन फिर से ऑफिस गया और डीवीआर अपने साथ ले आया।
डीसीपी (जोन 5) प्रणय अशोक ने कहा, “गिरफ्तार किए जाने के बाद उसने अपराध कबूल करने से इनकार कर दिया। लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया तो वह टूट गया।” उन्होंने आगे कहा, “हमें यह भी संदेह है कि घाटकोपर में इस तरह की चोरी में उसकी सक्रिय भागीदारी है।” अधिकारी ने कहा कि चोरी का पूरा माल बरामद कर लिया गया है। गुप्ता को 18 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।