उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में एक दलित परिवार ने एक मुस्लिम पीर पर पिटाई और धर्मान्तरण के दबाव का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार ने कोर्ट में शिकायत देकर आरोपित पीर पर कार्रवाई की माँग की है। मामले में छांगुर नाम के पीर के अलावा धर्म परिवर्तन कर के नीतू से नसरीन बनी एक महिला और नवीन से जमालुद्दीन बने एक अन्य व्यक्ति को भी आरोपित किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता ने भी पुलिस से इस मामले में हस्तक्षेप करने की आवाज उठाई है। वहीं पुलिस को न्यायालय के निर्देश की प्रतीक्षा है। 4 दिसंबर 2022 की घटना बताते हुए पीड़ित परिवार ने 12 दिसम्बर को अदालत में प्रार्थना पत्र दिया है।
यह मामला थाना कोतवाली उतरौला क्षेत्र का है। यहाँ पीड़ित व्यक्ति ने अदालत में शिकायत देते हुए बताया है कि वह उतरौला क्षेत्र के मधुपुर इलाके में बन रहे एक अस्पताल में 12000 प्रतिमाह के रेट पर मजदूरी करता था। यह अस्पताल छांगुर पीर के साथ रहने वाली नसरीन और उनके शौहर नवीन बनवा रहे हैं। बताया गया है कि 4 दिसंबर 2022 को जब पीड़ित ने अपनी मजदूरी माँगी तब पीर टाल मटोल करने लगा। इस बीच पीर छांगुर पर पीड़ित व्यक्ति की पत्नी को मजदूरी के बदले इस्लाम कबूलने का ऑफर दिया गया।
शिकायत में आगे बताया गया है कि पीड़ितों ने पीर छांगुर की बातों को मानने से इंकार कर दिया। उन्होंने अपना हिसाब करने को कहा तब नसरीन, जमालुद्दीन और छांगुर पीर ने पीड़ितों को गुस्से में गंदी-गंदी गालियाँ दीं। तीनों आरोपितों ने पीड़ित पति-पत्नी को जान से मार डालने की भी धमकी दी। आरोप है कि इस दौरान छांगुर, जमालुद्दीन और नसरीन ने पति-पत्नी को बेरहमी से पीटा और उनके पास रखे 2 हजार रुपए भी छीन लिए। ऑपइंडिया के पास शिकायत कॉपी मौजूद है।
पीड़ित दलित परिवार ने स्थानीय पुलिस पर भी अपनी शिकायत पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने 12 दिसंबर 2022 को अदालत की शरण ली। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस से मामले का संज्ञान लेने और कठोर कार्रवाई की माँग की है। इस माँग के जवाब में 22 दिसंबर 2022 को बलरामपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा होने की जानकारी दी है।
उक्त संबंध में प्राप्त जांच आख्यानुसार प्रकरण माननीय न्यायालय में विचाराधीन है माननीय न्यायालय के आदेशानुसार विधिक कार्यवाही की जाएगीl
— BALRAMPUR POLICE (@balrampurpolice) December 22, 2022
2015 में पति और बेटी संग इस्लाम कबूला है नसरीन ने
ऑपइंडिया द्वारा जुटाई गई जानकारी के मुताबिक इस केस में आरोपित नीतू से नसरीन बनी महिला ने साल 2015 में इस्लाम कबूल किया है। नीतू के साथ उनके पति नवीन भी इस्लाम कबूल कर के जमालुद्दीन बन गए थे। इनकी एक नाबालिग बेटी भी इन्ही के साथ मुस्लिम बनी है। नीतू और नवीन अपनी बेटी के साथ मुंबई में रहते थे। ये सभी पीर छांगुर के साथ बलरामपुर के उतरौला में बस गए हैं।