Sunday, December 22, 2024
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देवी प्रतिमा विसर्जित करने जा रहे लोगों पर मुस्लिम भीड़ का हमला, बंगाल पुलिस ने पीड़ित हिंदुओं पर भी किया केस: BJP बोली- श्रीराम का भजन बजाने पर बनाया निशाना

भाजपा ने इस मामले में कहा कि विसर्जन के दौरान भगवान श्रीराम के भजन बजाए जाने पर उसके कार्यकर्ताओं और बूथ अध्यक्ष पर जानलेवा हमला किया गया। पार्टी ने बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर राजनीतिक आतंकवाद का आरोप लगाया है।

पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर में सोमवार (8 अप्रैल, 2024) को देवी प्रतिमा विसर्जित करने जा रहे हिन्दू भक्तों पर मुस्लिम भीड़ ने हमला कर दिया। यह लोग रक्षा काली की प्रतिमा नदी में विसर्जित करने जा रहे थे, इनमें कुछ भाजपा कार्यकर्ता भी शामिल थे। बंगाल पुलिस ने इस मामले में पीड़ितों पर ही FIR दर्ज कर दी।

भाजपा ने इस मामले में कहा कि विसर्जन के दौरान भगवान श्रीराम के भजन बजाए जाने पर उसके कार्यकर्ताओं और बूथ अध्यक्ष पर जानलेवा हमला किया गया। पार्टी ने बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर राजनीतिक आतंकवाद का आरोप लगाया है।

भाजपा ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “ममता के भतीजे और उनके गुंडों के राजनीतिक आतंकवाद के लिए प्रसिद्ध रही इस जगह में खूब दंगे हो रहे हैं।” इस मामले में सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखाई पड़ता है कि लोगों के घरों में आग लगी है, इससे धुआँ और लपटें निकल रही हैं।

सिंघा वाहिनी के अध्यक्ष और भाजपा नेता देवदत्त माजी ने आरोप लगाया कि TMC के ब्लॉक अध्यक्ष एसके शमीम द्वारा इस यात्रा पर हमला करने के लिए मोटरसाइकिलों पर 100 से अधिक मुस्लिमों को भेजा गया था। माजी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ”साफ़ तौर पर यह एक पूर्व नियोजित हमला था।” उन्होंने कहा कि एसके जहाँगीर खान द्वारा फाल्टा से सरिशा की ओर जिहादियों की पूरी फ़ौज भी भेजी गई थी।

भाजपा के आईटी विभाग के मुखिया अमित मालवीय ने इस घटना की तुलना 2019 से की। उन्होंने कहा कि 2019 में डायमंड हार्बर के बागाखाली ब्लाक में मस्जिदों से हिन्दुओं पर हमले का ऐलान किया गया था, इसके बाद भारी हिंसा हुई थी।

उन्होंने लिखा, “चुनाव से ठीक पहले यही खेल दोहराया जा रहा है, ताकि ममता बनर्जी के भतीजे की चुनाव जीत सुनिश्चित हो। दिल्ली में हो रहा TMC का ड्रामा इस हिंसा को छुपाने के लिए है, जिसे एकदम सफाई के साथ अंजाम दिया जा रहा है। 17 अप्रैल को रामनवमी से पहले खुद ममता बनर्जी ने भी पिछले साल की तरह हिंसा की चेतावनी दी है। कलकत्ता हाई कोर्ट ने बाद में इस मामले को NIA को सौंप दिया और TMC से जुड़े कई दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया।”

अमित मालवीय ने चुनाव आयोग से इस मामले में ध्यान देने की अपील की। उन्होंने माँग की कि यहाँ अतिरिक्त केन्द्रीय सुरक्षा बल तैनात किए जाएँ। हालाँकि, पश्चिम बंगाल की पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया है कि हिन्दू जुलूस पर हमला हुआ था। बंगाल पुलिस ने दावा किया कि यह घटना गाली-गलौज को लेकर दो समूहों के बीच हुई लड़ाई की है।

पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक्स पर लिखा,”डायमंड हार्बर थाने के अंतर्गत सरिशा क्षेत्र में कल रात हुई एक घटना के बारे में सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर झूठी सूचना फैलाई जा रही है। मामले की सच्चाई यह है कि गाली गलौज को लेकर दो समूह आपस में लड़े थे। बड़े अधिकारियों की सीधी निगरानी के कारण यह तनाव शांत हो गया। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यहाँ किसी भी धार्मिक जुलूस में तोड़फोड़ नहीं हुई है, जैसा कि दावा किया गया है।”

पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा कि सांप्रदायिक भावनाएँ भड़काने की कोशिश करने वालों से कानूनन सख्ती से निपटा जाएगा। पुलिस ने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। गौरतलब है कि हमले के कथित पीड़ित भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है। देवदत्त माजी ने 12 भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज FIR की जानकारी साझा की है, उन्होंने कहा है कि इनमें से दो को गिरफ्तार भी किया गया है।

माजी ने एक्स पर FIR की जानकारी भी दी। उन्होंने लिखा, “F.I.R नंबर 156/2024 डायमंड हार्बर थाना U/S 143/147/153A/295A/435/436/307/34 IPC और 9MPO अधिनियम।” इस FIR में 12 व्यक्तियों के नाम हैं। पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा इस मामले में नामजद किए गए लोगों के नाम राजेश हलदर, सरबन घोष, उत्तम बाग, अनिंदा हलदर, निताई मंडल, कृष्णा सरदार, बुद्धदेब बाग, कार्तिक, अयान दत्ता, सोमनाथ हलदर, सौरव हलदर और राजकुमार सरदार हैं।

एक्स पर पश्चिम बंगाल पुलिस की कहानी पर माजी ने पलटवार करते हुए कहा कि जिन भी हिंदुओं पर मामला दर्ज किया गया है, वे हिंदुत्व के लिए काम करने वाले और भाजपा बूथ कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 में भी उत्तम बाग नाम के भाजपा कार्यकर्ता को निशाना बनाया गया था, उनके साड़ी शोरूम और मोटरसाइकिल शोरूम पर हमला किया गया था, साड़ियाँ चुरा ली गई थीं और नकद पैसे भी चुरा लिए गए थे।”

माजी ने कहा कि उत्तम बाग को फिर गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि वह इसमें शामिल नहीं है। माजी ने कहा कि पुलिस रात 2 बजे उनके आवास पर पहुंची और लगभग एक घंटे तक उनके घर पर छापेमारी की, जिससे परिवार सदमे में आ गया और उनके पड़ोसी भी डर गए। पुलिस ने बहुत बवाल किया।

माजी ने 2021 की तस्वीरें भी साझा कीं जिसमें उत्तम बाग के शोरूम खराब हालत में दिखता है। उन्होंने उत्तम बाग के घर में पुलिस की हाल ही में हुई छापेमारी का एक CCTV वीडियो भी साझा किया। इसके अलावा एक और भाजपा कार्यकर्ता के घर पर भी छापा मारा गया। यह भाजपा कार्यकर्ता डेढ़ साल के एक बच्चे का पिता है जो कि एक बीमारी से पीड़ित है। जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया तो वह बच्चे के लिए दूध लेने गए थे।

माजी ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस दोनों भाजपा कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीट रही है। माजी ने बताया कि यहाँ स्थिति बहुत गंभीर है। एक तरफ जिहादियों का अत्याचार है तो दूसरी तरफ ममता और अभिषेक बनर्जी की पुलिस का अत्याचार कर रही है। उन्होंने बताया कि पूरा गाँव डरा हुआ है और हिंदू युवक गाँव छोड़ रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC अध्यक्ष ममता बनर्जी ने अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी को डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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