उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में सड़क पर दंगा-पत्थरबाजी करने वाली इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ पर पुलिस ने कार्रवाई करना चालू कर दिया है। पुलिस ने कथित ईशनिंदा के मामले में दंगा करने वाले AIMIM के पदाधिकारियों समेत 19 लोगों को पकड़ा है। पुलिस बाकी दंगाइयों को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुजफ्फरनगर पुलिस ने बुढ़ाना विधानसभा AIMIM अध्यक्ष आजम, हसनैन और राहिल को पकड़ा गया है। AIMIM के दो अन्य पदाधिकारी रमीज और तारिक फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
मुजफ्फरनगर के SSP अभिषेक सिंह ने बताया है कि AIMIM के इन पाँचों पदाधिकारियों ने मुस्लिम भीड़ को इकट्ठा किया था। इसके लिए उन्होंने व्हाट्सएप पर मैसेज किए थे और ऑडियो भी भेजे थे और खुद बुलाने तक गए थे। इसके अलावा इन लोगों ने कथित ईशनिंदा के कथित आरोपित अखिल के घर पर पथराव के लिए भी उकसाया था।
SSP अभिषेक सिंह ने बताया कि इनके अलावा 16 लोग और गिरफ्तार किए गए हैं। बाकी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश डाल रही है। पुलिस ने इस मामले में 700 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले में सबूत भी जुटाया जा रहे हैं।
जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनके खिलाफ बलवा और साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस घटना के दौरान मुस्लिम भीड़ द्वारा किए गए हंगामे के वीडियो और CCTV फुटेज भी जुटा रही है। पुलिस ने लोगों से इस विषय सूचना देने को कहा है।
गौरतलब है कि शनिवार (20 अक्टूबर, 2024) को मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में शाम को इस्लामी कट्टर पंथियों की एक भीड़ इकट्ठा हुई थी। इस भीड़ में शामिल लोगों को कहना था कि अखिल त्यागी नाम के एक स्थानीय युवक ने उनके मजहब के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की है।
इस भीड़ को इस बात पर उकसाया गया था कि अखिल त्यागी को पुलिस ने पकड़ने के 20 मिनट के बाद ही छोड़ दिया था। भीड़ ने बुढ़ाना में कई घंटे तक बवाल काटा था और रोड जाम कर दिया था। भीड़ ने अखिल त्यागी के खिलाफ ‘सर तन से जुदा’ वाले नारे भी लगाए थे।
इसके बाद अखिल त्यागी की दुकान और घर पर भी इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ ने पथराव किया था। इस्लामी कट्टरपंथियों के इस बवाल के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इस्लामी कट्टरपथियों की भीड़ हिंसक होने के बाद पुलिस ने यहाँ लाठीचार्ज करके मामला शांत किया था। इसके बाद दंगाइयों पर कार्रवाई चालू की गई थी।